रेवाड़ी: सुनील चौहान। शहर के एकमात्र कमर्शियल सेक्टर के हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि अब वहां पर दुकान लेने वाले व्यापारियों को मोर्चा खोलना पड़ रहा है। यहां बात सेक्टर पांच की हो रही है, जिसमें समस्याओं का अंबार लगा हुआ है, लेकिन हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने कभी पलटकर तक इस सेक्टर की तरफ नहीं देखा। सेक्टर पांच के दुकानदारों ने अब संघर्ष के लिए एसोसिएशन का गठन किया है तथा रविवार को दुकानदार उपायुक्त यशेंद्र सिंह से मुलाकात करेंगे।
एचएसवीपी ने वसूले हैं करोड़ों रुपये: शहर के सेक्टर पांच को विकसित करते हुए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की ओर से बड़े-बड़े दावे किए गए थे। एचएसवीपी के दावों में फंसकर यहां पर लोगों ने लाखों रुपये खर्च करके सेक्टर में दुकानें ले लीं। दुकानें लेने के बाद अब दुकानदारों के पास पछताने के अलावा और कुछ नहीं है। 22 साल पूर्व विकसित किए गए सेक्टर में सड़क के नाम पर केवल गड्ढे ही हैं। इसके अतिरिक्त सीवर सिस्टम पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। वहीं शाम ढलते ही पूरे सेक्टर में अंधेरा छा जाता है। मूलभूत सुविधाएं तक सेक्टर में मौजूद नहीं है। सेक्टर में दुकान लेने वाले व्यापारियों की शनिवार को सेक्टर पांच मार्केट में ही बैठक हुई। बैठक में व्यापारियों ने कहा कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने दुकानदारों से करोड़ों रुपये लिए हैं, लेकिन इसके बावजूद सेक्टर में मूलभूत सुविधाएं तक नहीं दी जा रही हैं। 22 साल में दोबारा सेक्टर में सड़क नहीं डाली गई। अधिकारियों ने कभी सेक्टर में आकर तक नहीं देखा। अधिकारी अपने दफ्तर से ही कभी बाहर नहीं निकलते। दुकानदार इस बदहाली को अब कतई सहन नहीं करेंगे। उन्हें जरूरत पड़ी तो एचएसवीपी कार्यालय के बाहर धरना देने से भी नहीं चूकेंगे। इस अवसर पर भूपेंद्र सैनी, नवीन कुमार, सन्नी, घनश्याम बंसल, रवि नरूला, डा. धर्मबीर यादव, सुरेश कुमार, कुलदीप यादव, राजीव गोयल, अनिल, कृष्ण, गौरव शर्मा, संजय, मनोज, महेश, विश्वनाथ, एडवोकेट मनीष राज, एडवोकेट जेएस यादव, ललित, मोहनलाल आदि विशेष तौर पर मौजूद रहे।