हरियाणा: UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) परीक्षा क्वालीफाई करने का दावा करके जगह-जगह सम्मानित होने वाले हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जिले के गांव खातोदड़ा निवासी प्रदीप कुमार की सच्चाई सबके सामने आ गई है। प्रदीप के खिलाफ महेन्द्रगढ़ सिटी पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया और जमानत पर छोड़ भी दिया है।
वहीं फर्जी यूपीएससी क्वालीफाई बनकर वाहवाही लूटने के इस मामले की पुलिस जांच जारी है। इसी साल सितंबर में संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सर्विस परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया गया था, जिसमें महेन्द्रगढ़ जिले से 6 लोगों द्वारा यूपीएससी क्वालीफाई करने की जानकारी सामने आई थी। इनमें खातोदड़ा गांव के प्रदीप का नाम भी शामिल था, जिसने अपना रैंक 343 बताया था।
इसके बाद शहर व जिला में अनेक जगहों पर सम्मान समारोह हुए। इन सम्मान समारोह में प्रदीप को भी सम्मानित किया गया था। अब पुलिस के सामने यह बात सामने आई कि खातोदड़ा निवासी प्रदीप कुमार ने यूपीएससी क्वालीफाई नहीं किया। जिस युवक का 343वां रैंक है, वह कन्याकुमारी तमिलनाडु का रहने वाला है। पुलिस ने इसकी जांच की तो सच सामने आ गया। जांच के बाद पुलिस ने गुरुवार को आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 419 व 420 के तहत मामला दर्ज किया गया।
कन्याकुमारी के प्रदीप ने हासिल की 343वीं रैंक:
पुलिस ने अपनी शिकायत में लिखा कि मीडिया के लोगों से पता चला, प्रदीप कुमार यादव निवासी खातोदड़ा कुछ दिन पहले यादव धर्मशाला में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास होने के बाद सम्मानित हुआ था। उसने बताया था कि संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में उसका 343वां रैंक आया है। लेकिन जांच में पता चला कि जिस प्रदीप कुमार ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 343वां रैंक हासिल किया है, वह तमिलनाडु के कन्या कुमारी से है। प्रदीप खातोदड़ा ने रैंक हासिल नहीं किया है, वह झूठ बोल रहा है।
ठाठ बाट से पहुंचा सम्मान समारोह में:
प्रदीप कुमार, यादव धर्मशाला के अलावा अनेक सामाजिक संस्थाओं द्वारा भी सम्मानित हुआ। इन सम्मान समारोह में प्रदीप ने किसी को अहसास नहीं होने दिया कि यह सब वह फर्जी तरीके से कर रहा है। पूरे ठाठ-बाट से सम्मान समारोह में वाहवाही लूटी। वहीं स्कूल के कार्यक्रम में भी उसे सम्मानित किया गया था। अब प्रदीप के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। एसएचओ अश्वनी ने बताया कि प्रदीप के खिलाफ मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया। बाद में उसे पुलिस बेल पर छोड़ दिया गया है।