रेवाड़ी, 9 नवंबर: सुनील चौहान । मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को वेबीनार के माध्यम से भारतीय सेना के सैनिक, युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की विरांगनाओं, भूतपूर्व सैनिकों व भूतपूर्व पैरामिलटरी फोरसिज के पूर्व सैनिकों, सेवानिवृत अधिकारियों व कर्मचारियों से वेबीनार के माध्यम से सीधा संवाद किया। लघु सचिवालय सभागार में जिला सैनिक बोर्ड के अध्यक्ष एवं डीसी यशेंद्र सिंह की मौजूदगी में रेवाड़ी जिला के पूर्व सैनिक वेबीनार में उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने वेबिनार के माध्यम से पूर्व सैनिकों से संवाद करते हुए कहा कि समाज की सेवा करने और सामाजिक कार्यों के प्रति अपने समय देने के इच्छुक लोगों के लिए प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ‘समर्पण’ नामक पोर्टल आरंभ किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ देना सरकार का मुख्य उद्देश्य है। ग्रामीण आंचल के लोग शहरों की ओर पलायन न करके गांव में उन्हें रोजगार उपलब्ध हो ताकि उनकी आमदनी बढ़ सके और वे अपना जीवन अच्छे से व्यतीत कर सके।
उन्होंने कहा कि सेवा के भाव से जो लोग सरकार के साथ इस कार्य के साथ जुडऩा चाहते है वे समर्पण पोर्टल पर अपना रजिस्टे्रेशन करवाएं उन्होने कहा कि सेवानिवृत सैनिकों, कर्मचारियों व अधिकारियों के पास अनुभव, विचार और समय उपलब्ध जिसके आधार पर वे इस कार्य में लोगों का सहयोग कर सके।
जिला सैनिक बोर्ड के अध्यक्ष एवं डीसी यशेंद्र सिंह ने समर्पण पोर्टल की जानकारी देते हुए बताया कि इस पोर्टल के माध्यम से स्वेच्छा से काम करने वाले लोगों को जोड़ा जाएगा जिसके बाद शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार आदि के क्षेत्र में युवाओं, सेवानिवृत्त कर्मचारियों सहित स्वयंसेवकों की सेवाएं ली जाएंगी। ‘समर्पण’ पहल के माध्यम से दी जाने वाली स्वैच्छिक सेवाएं शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, किसान कल्याण, कौशल विकास जैसे सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों तथा प्रयासों के साथ जुड़ी हुई हैं।
उन्होंने कहा कि समर्पण ऐसे स्वयंसेवकों के लिए मंच प्रदान करता है, जो समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं। यदि कोई बच्चों की मदद करना चाहता है तो वह उन्हें पढ़ा सकता है, खेल या कौशल का प्रशिक्षण दे सकता है। यदि कोई महिलाओं के कल्याण के लिए काम करना चाहता है तो वह उन्हें पोषण, सशक्तिकरण अथवा सुरक्षा के बारे में जागरुक कर सकता है। स्वैच्छिक सेवाओं का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि ये व्यक्ति आधारित हैं और इस पहल के माध्यम से कोई स्वयंसेवी सुशासन के लक्ष्य को पूरा करने में सरकार और स्थानीय समुदाय की सहायता कर सकता है।
डीसी ने कहा कि ‘समर्पण’ कार्यक्रम का लक्ष्य समाज के जरूरतमंद लोगों के लिए कुछ कर-गुजरने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति की राह को आसान करना है। उन्होंने बताया कि ऐसे नागरिकों को समर्पण डॉट हरियाणा डॉट जीओवी डॉट इन पर पंजीकरण करवाना होगा। उपायुक्त ने कहा कि रेवाड़ी जिला में बड़ी संख्या में ऐसे लोग है जो कि सामाजिक कार्यो में अग्रणी रहते है। उन लोगों के लिए समर्पण पोर्टल सरकार की एक सराहनीय पहल है।
इस अवसर पर सीटीएम रोहित कुमार, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल सरिता यादव, जिला संयोजक जसवंत सिंह, भोला राम सहित शहीद सैनिकों की विरांगनाएं भूतपूर्व सैनिकों सेवानिवृत अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।