रेवाडी: सुनील चौहान। जिले में पिछले करीब एक माह से डीएपी खाद के लिए चल रही मारामारी अभी खत्म भी नहीं हुई थी, कि अब यूरिया के लिए भी खाद एवं बीज की दुकानों पर लंबी लाइनें लगना शुरू हो गई हैं। ऐसा इसलिए भी हो रहा है क्योंकि डीएपी खाद लेने के लिए किसानों को खासी मशक्कत करनी पड़ी थी, वहीं कई किसानों को तो चार से पांच दिन भटकने के बाद डीएपी खाद मिल पाई थी। यूरिया के लिए कोई परेशानी न आए इसको देखते हुए किसानों ने अभी से ही यूरिया लेना शुरू कर दिया है।
नवंबर में शुरू हो जाएगी सरसों की सिचाई: नवंबर में सरसों की सिचाई शुरू हो जाएगी। सिचाई करने के बाद किसानों को सरसों में छिड़काव करने के लिए यूरिया की जरूरत पड़ेगी। इसलिए किसानों ने अभी से ही यूरिया की खरीदारी शुरू कर दी है। खाद एवं बीज की दुकानों पर लंबी लाइनें जरूर लग रही हैं, लेकिन जितने भी किसान दुकानों पर पहुंच रहे हैं, सबको यूरिया मिल रहा है। डीएपी की तरह यूरिया के लिए किसानों को ज्यादा परेशानी न हो इसके लिए सरकार की तरफ से उचित कदम उठाए जा रहे हैं।