रेवाडी: सुनील चौहान। जिले में 12 नवंबर को राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण(एनएएस) के तहत मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इसमें जिले के 157 स्कूलों के तीसरी, पांचवीं, आठवीं और दसवीं कक्षा के विद्यार्थी शामिल होंगे। एनएएस का उद्देश्य राजकीय स्कूलों के विद्यार्थियों के सीखने की क्षमता का आकलन करना है। इसके आधार पर भविष्य में शैक्षणिक आवश्यकताओं का ध्यान रखते हुए कार्यक्रम तैयार किए जाएंगे। इससे विद्यार्थियों में सीखने में सुधार लाने के लिए कार्ययोजना बनाई जा सकेगी।
शैक्षणिक सुधार के मद्देनजर किया जा रहा है सर्वे: विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर में सुधार लाने के लिए एवं उनकी शैक्षणिक स्तर को जानने के लिए एनएएस सर्वे किया जा रहा है। इसके लिए विद्यालयों में प्रैक्टिस टेस्ट और माक टेस्ट लिए जा रहे हैं। इसमें हिदी, अंग्रेजी, गणित, सामाजिक विज्ञान और विज्ञान विषय शामिल किया गया है। सर्वे परीक्षा से पूर्व छात्रों के तीन प्रैक्टिस टेस्ट लिए जा रहे हैं। इसके बाद छात्र सर्वे के लिए होने वाली परीक्षा में शामिल होंगे। एक कक्षा में अधिकतम 30 विद्यार्थियों की परीक्षा ली जाएगी। परिणाम के आधार पर देखा जाएगा कि शिक्षा के मामले में कौनसा राज्य राष्ट्रीय स्तर पर किस स्थान पर है, वहीं राज्य में कौनसा जिला किस स्थान पर यह सुनिश्चित होगा। वहीं पिछड़ने वाले राज्यों या जिलों के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाएगी।