डेंगू का कहर: डेंगू के एक ही दिन में 27 मामले आए, मचा हड़कंप

रेवाड़ी : सुनील चौहान। डेंगू को लेकर स्थिति काफी बिगड़ने लगी है। कोरोना की तरह ही डेंगू भी खतरनाक होता जा रहा है। बुधवार को जिले में डेंगू के 27 मामले मिले हैं। जिले में अब डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 174 हो गई है। यहां बता दें कि यह महज सरकारी आंकड़े हैं जबकि वास्तव में डेंगू के मरीजों की संख्या इससे कहीं अधिक है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि शहर के हर निजी अस्पताल में डेंगू के मरीजों से बेड भरे हुए हैं।

लगातार बढ़ रहे हैं डेंगू के मरीज:
मंगलवार को जहां 10 मरीज मिले थे वहीं बीते छह दिनों में 95 कंफर्म केस डेंगू के सामने आ चुके हैं। यह आंकड़ा यहीं पर थमने वाला नहीं है क्योकि लार्वा को मारने के लिए सही तरीके से अभियान ही नहीं चलाया जा रहा है। इसलिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को युद्ध स्तर पर फागिग के लिए अभियान शुरू करने की आवश्यकता है। शहर और गांव हर जगह पर टीमों को बनाकर फागिग करानी होगी। कोरोना की तरह ही उपायुक्त को हर गांव में स्वास्थ्य कार्यकर्ता भेजने होंगे। नगर परिषद को शहर की पूरी जिम्मेदारी उठानी होगी। डेढ़ हजार से अधिक स्थानों पर लार्वा मिल चुका है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि इस बार डेंगू के मच्छर किस तेजी से पनपे हैं। फागिग के लिए न स्टाफ न संसाधन

फागिग के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास न तो स्टाफ है और न ही संसाधन। जहां भी डेंगू के मरीज मिल रहे हैं पहले वहां पर फागिग करा दी जाती थी लेकिन अब तो ऐसा भी नहीं हो रहा है। नगर परिषद की ओर से ही इक्का दुक्का स्थानों पर फागिग कराई जा रही है। लोगों की मांग है कि कोरोना के दौरान शहर और गांवों में सैनिटाइजर का छिड़काव कराया गया था। उसी तर्ज पर फागिग का अभियान चलाया जाए। लैब से रिपोर्ट नहीं ले रहा स्वास्थ्य विभाग

स्वास्थ्य विभाग डेंगू के मामले में वास्तविक आंकड़ों से काफी पीछे चल रहा है। निजी चिकित्सक पूरी रिपोर्ट दे नहीं रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को सीधे रक्त जांच करने वाली लैब से ही रिपोर्ट लेने की आवश्यकता है। डेंगू के मरीजों की रिपोर्ट को अपडेट किया जा रहा है, जिसके चलते ही मरीजों की तादाद बढ़ रही है। डेंगू को काबू में करने के लिए हर स्तर पर फागिग भी कराई जा रही है। सर्दी का असर बढ़ते ही डेंगू के मच्छरों का प्रकोप भी कम हो जाता है।

-डा. विजयप्रकाश, डेंगू नोडल अधिकारी