जरूरत छह हजार मीट्रिक टन, मिली महज तीन मीट्रिक, गुस्साए किसानों ने नारनौल में लगाया जाम
रेवाडी /नारनौलः सुनील चौहान। खाद की किल्लत से जूझ रहे किसानों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है। सोमवार को एक बार फिर नारनौल शहर में किसानों ने रेवाड़ी रोड पर जाम लगा दिया। यह शहर का सबसे व्यस्त रोड हैए जिसपर जाम की सूचना के बाद पुलिस के भी पसीने छूट गए। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद किसानों को समझाकर जाम खुलवाया।
बता दें कि महेन्द्रगढ़ जिले में पिछले एक सप्ताह से डीएपी को लेकर किसानों का हंगामा हो रहा है। यहीं कारण है पुलिस लाइन के अलावा थानों में खाद का वितरण किया जा रहा है। उसके बाद भी खाद की डिमांड पूरी नहीं हो रही है। सोमवार को भी गुस्साएं किसानों ने नारनौल शहर में रेवाड़ी रोड को जाम कर दिया। जाम लगाने वाले किसानों ने कहा कि सरसों की बिजाई का समय बीत चुका है। हर दिन वह लाइन में आकर लगते हैए लेकिन घंटों खड़े होने के बाद कह दिया जाता हैए स्टॉक खत्म हो चुका। उन्होंने कहा कि अब खाद नहीं मिला तो फिर फसल की बिजाई भी नहीं हो सकती। जाम लगाने में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल रही। किसानों के प्रदर्शन की वजह से एक घंटे तक पूरे शहर में जाम के हालात बन गए। रेवाड़ी रोड पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। शहर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाया कि झज्जर से डीएपी खाद का स्टॉक चल चुका है। उसके बाद किसानों को डीएपी मिल जाएगी। पुलिस के आश्वासन के बाद किसानों ने जाम खोल दिया।
3 हजार मीट्रिक टन डीएपी मिली
महेन्द्रगढ़ जिले को 5 हजार से ज्यादा मीट्रिक टन डीएपी खाद की जरूरत हैए लेकिन अभी तक सिर्फ 3 हजार मीट्रिक टन खाद ही मिल पाई हैं। जिसकी वजह से किसान सड़कों पर उतर रहे हैं। कुछ दिन पहले नांगल चौधरी में किसानों ने जाम लगाया था। दो दिन पहले महेन्द्रगढ़ में किसानों ने जाम लगाया। जबकि नारनौल में 3 बार किसान जाम लगा चुके। इतना भारी विरोध होने के बाद भी प्रशासन और सरकार खाद की डिमांड को पूरा नहीं कर पाए हैए जिससे किसानों में सरकार के प्रति भी खासा रोष है।