रेवाड़ीः सुनील चौहान। भले ही छापेमारी के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भ्रूण लिंग जाच मामले को लेकर शहर के ब्रास मार्केट स्थित डा के लाल अल्ट्रासाउंड पर की गई छापेमारी को लेकर विरोय जताया हो, लेकिन अखिरकार पुलिस ने चार दलालो के खिलाफ मामला दर्ज कर ही लिया है। शनिवार रात दो बजे तक इस मामले में हंगामा होता रहा।
55 हजार में तय किया था दलालों ने सौंदाः नागरिक अस्पताल के पीएनडीटी अधिकारी डाण् विशाल राव ने माडल टाउन थाने में जो एफआइआर दर्ज कराई है उसके अनुसार गुरुग्राम की टीम को जानकारी मिली थी कि झच्जर जिला के गाव खुडन निवासी सुमितए संजीव व ऋ षि नामक दलाल गुरुग्राम जिले से गर्भवती महिलाओं को ले जाकर भ्रूण लिंग जाच कराते हैं। गुरुग्राम टीम ने एक गर्भवती महिला को डिकाय मरीज के तौर पर तैयार किया तथा महिला के पति ने दलाल सुमित से संपर्क किया। दलाल सुमित ने भ्रूण लिंग जाच कराने की हामी भर ली तथा 55 हजार रुपये में सौदा तय किया गया। 17 अक्टूबर को दलाल संजीव के खाते में आनलाइन ही 24ए999 रुपये ट्रासफर किए गए। शनिवार को दलाल सुमित ने डिकाय मरीज को झच्जर जिले में भ्रूण लिंग जाच के लिए बुला लिया। डिकाय महिला झच्जर जिला पहुंची तो वहा से उसे रेवाड़ी आने के लिए कह दिया गया।
रेवाड़ी में महाराणा प्रताप चौक के निकट दलाल सुमित व रेवाड़ी निवासी राहुल नामक युवक उनको मिले। उन्होंने डिकाय महिला से 30 हजार रुपये की नकदी और ले ली। इसके बाद वह पहले महिला को बावल रोड स्थित एक महिला चिकित्सक के पास ले गए। वहा पर महिला की फर्जी नाम से पर्ची कटवाई गई। महिला चिकित्सक ने अल्ट्रासाउंड कराने की पर्ची बनाई। उक्त पर्ची को लेकर ही दलाल महिला के साथ डाण् के लाल अल्ट्रासाउंड पर पहुंचे थे। यहा पर महिला का अल्ट्रासाउंड हुआ तथा दलाल राहुल व सुमित साथ रहे। अल्ट्रासाउंड होते ही महिला डिकाय ने उनका पीछा कर रही गुरुग्राम के चिकित्सकों की टीम को इशारा कर दिया जिन्होंने दोनों दलालों को केंद्र पर ही दबोच लिया तथा पैसों की बरामदगी भी उनके पास से ही हुई।
अरविंद यादव व एसडीएम रविंद्र यादव पहुंचे मौके पर: इस कार्रवाई के बाद जब डाण् राजेश गोयल को पुलिस टीम बिना एफआइआर दर्ज हुए ही हिरासत में लेकर जाने लगी तो चिकित्सकों का विरोध तेज हो गया। हरको बैंक के चेयरमैन अरविंद यादव व एसडीएम रविंद्र यादव भी मौके पर पहुंचे। चेयरमैन अरविंद यादव ने कहा कि चिकित्सक डाण् राजेश गोयल को जबरदस्ती फंसाया जा रहा है। दलालों ने पूरा खेल रचा है। चिकित्सक के पास से न तो नकदी बरामद हुई है और न ही कोई अन्य साक्ष्य। जिस महिला का अल्ट्रासाउंड हुआ उससे अन्य अल्ट्रासाउंड जितनी ही फीस ली गई तथा पूरा फार्म भरा गया है। जाच के बाद ही चिकित्सक पर कोई कार्रवाई होनी चाहिए। विरोध बढ़ता देख चिकित्सकों की टीम व पुलिस ने कदम पीछे खींचे। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह तक भी जानकारी पहुंची तो उन्होंने भी इस मामले में एसडीएम रविंद्र यादव से बातचीत की। एसडीएम रविंद्र यादव रात 2 बजे तक माडल टाउन थाने में रहे तथा दोनों पक्षों को समझाकर विवाद शात कराया। इस मामले में एसआइटी गठन का भी आश्वासन दिया गया।
दलालों पर एफआइआरः एसडीएम रविंद्र यादव का कहना है कि पुलिस ने दलाल सुमित, राहुल, संजीव व ऋ षि के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। डा राजेश गोयल की भूमिका की जाच की जाएगी। यानी स्पष्ट है कि पहले बिना एफआइआर के ही चिकित्सक को पकड़ा जा रहा था। अभी इस मामले में एसआइटी गठित नहीं हुई है। किसी भी निर्दोष को गलत तरीके से नहीं फंसाया जाना चाहिए तथा दोषी को छोड़ना नहीं चाहिए। पुलिस मामले की जाच करेगी तथा जाच के बाद ही सभी की भूमिका सामने आएगी।
















