अलवरः सुनील चौहान। करवा चौथ के दिन पटवारी भर्ती परीक्षा में ड्यूटी देरी रही महिला एग्जामनर्स के लिए कॉलेज कैंपस में सामूहिक रूप से कथा सुनना यादगार बन गया। ऐसा कभी सोचा नहीं था कि करवा चौथ के दिन भी घर से दूर रहना होगा और हिन्दू.मुस्लिम महिलाएं एक साथ बैठकर कथा सुनेंगी। वह भी कॉलेज कैंपस में। जहां उनकी पटवारी परीक्षा में ड्यूटी है।
रविवार को ऐसा कई कॉलेज व एग्जाम सेंटर पर देखने को मिला। अलवर के एलआईईटी कॉलेज में महिला एग्जामनर्स ने पहली पारी की परीक्षा के बाद सामूहिक रूप से करवा चौथ पर कथा सुनी। पति की लम्बी उम्र की कामना के लिए रखने जाने इस व्रत का खास महत्व होता है। इस दिन महिलाएं घर पर ही रहती हैं। लेकिन इस बार बहुत सी महिला टीचर व अन्य स्टाफ की भर्ती परीक्षा में ड्यूटी लग गई। जो सुबह 7 से शाम करीब 6 बजे तक है। एलआईईटी के डायरेक्टर डॉ राजेश भारद्वाज ने बताया कि पटवारी भर्ती परीक्षा में सुबह 7 से शाम करीब 6 बजे तक ड्यूटी है। ड्यूटी के बाद घर जाने में भी समय लगेगा। महिलाए करवा चौथ का व्रत रखती है। हमारे कॉलेज में अधिकतर एग्जामनर्स ने व्रत रखा। पहली पारी के बाद सभी एग्जामनर्स ने कॉलेज कैंपल में सामूहिक रूप से कथा सुनी। पति की लम्बी उम्र की कामना की।
मुस्लिम महिलाएं भी शामिल
डॉ भारद्वाज ने बताया कि कॉलेज में कई एग्जामनर्स मुस्लिम भी थी। जिन्होंने भी दूसरी महिलाओं के साथ बैठकर कथा सुनी। एक तरह से महिला एग्जामनर्स ने सर्व धर्म भाईचारे का संदेश भी दिया है।