टैक्सी ड्राइवर से दोस्ती कर दुबई पहुंचा कौशल गैंगस्टर: ​​​​​​​1 करोड़ की फिरौती नहीं देने पर करवा दी थी कांग्रेस नेता की हत्या, 36 से ज्यादा केस दर्ज

हरियाणा :  कुख्यात गैंगस्टर कौशल को अलवर पुलिस ने दो दिन पहले रिमांड पर लिया है। गैंगस्टर कौशल 36 से ज्यादा संगीन मामलों का आरोपी है। पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। गैंगस्टर ने बताया कि उसकी अलवर के मांढ़ण के अडींद निवासी टैक्सी ड्राइवर विनय कुमार से दोस्ती हो गई थी। दोस्ती का फायदा उठाते हुए वह विनय कुमार के घर का सदस्य बन गया। पहले ड्राइवर के पते पर राशन कार्ड बनवाया। फिर कुछ ही दिनों में पासपोर्ट बनवाकर दुबई भागने में सफल हो गया। कौशल के खिलाफ अलवर के पते से फर्जी पासपोर्ट बनवाने का मामला दर्ज है।

पुलिस उसे कई राज्यों में ढूंढती रही। हरियाणा और दिल्ली पुलिस कौशल को दुबई में दबिश देकर लेकर आई थी। दो दिन पहले ही अलवर के मांढ़ण की पुलिस कौशल को वारंट पर लेकर आई है। अब फर्जी दस्तावेज बनवाने के मामले की जांच चल रही है। पुलिस विनय कुमार की तलाश में जुटी है। विनय गुरुग्राम में टैक्सी चलाता था। वहीं कौशल को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।

दरअसल, एनसीआर के कुख्यात बदमाश कौशल 2017 में फर्जी पासपोर्ट के जरिए दुबई जाकर छिप गया था। पासपोर्ट अलवर जिले के मांडण थाना क्षेत्र के गांव आणिन्द निवासी नरेश जाट के नाम से बनवाया गया था। जबकि उस परिवार में नरेश जाट के नाम से कोई व्यक्ति नहीं है। नरेश जाट का नाम अलग से राशन कार्ड में नाम जुड़वाया गया था। कौशल की गिरफ्तारी के बाद हरियाणा पुलिस ने 2019 में फर्जी पासपोर्ट बनवाने का मामला मांढ़ण थाने में दर्ज कराया था। थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि गैंगस्टर कौशल पर 36 से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं।

नीमराणा में फरारी भी काटी
पुलिस के अनुसार कौशल जाट पर फरीदाबाद में 2019 में तत्कालीन कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी की हत्या में नाम आया था। कौशल ने एक करोड़ की रंगदारी न देने के चलते अपने गुर्गे विकास उर्फ माले और भोलू से विकास चौधरी की हत्या करवा दी थी। गिरफ्तारी के बाद कौशल 2016 में पैरोल पर बाहर आया था। इस बीच में उसने नीमराणा के आसपास फरारी भी काटी। इसके बारे में पुलिस पूछताछ करने में लगी है।

हरियाणा-दिल्ली पुलिस लेकर आई
2019 में हरियाणा और दिल्ली की पुलिस कौशल को दुबई से गिरफ्तार करके लाई है। कौशल जाट 90 दिन के विजिटिंग वीजा पर गया था। फिर उसने वहां दो साल का वर्किंग वीजा बनवा लिया था। इस बीच में पुलिस को खबर लग गई कि कौशल दुबई में है। तब पुलिस दुबई पहुंची। वहां दबिश देकर उसे हरियाणा लेकर आई। तब पैरोल के दौरान फरारी काटी और उस बीच फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट बनवाने की पूरी कहानी सामने आई।