महिलाओ, बच्चो व ग्रांम वासियो को फिसिंग अटैक व उससे बचाव के बारे में दी जानकारी –
रेवाडी: सुनील चौहान। साईबर सुरक्षा जागरुकता अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक रेवाडी के दिशानिर्देशानुसार थाना साईबर क्राईम साऊथ रेंज रेवाडी की टीम द्वारा आज दिनांक 12.10.2021 को तितरपुर मसानी जिला रेवाड़ी में साईबर चौपाल का आयोजन किया गया है। जिसके तहत साईबर थाना मे तैनात प्र0 सि0 अमित कुमार ,सि0 नसीब सिंह वा पवन कुमार साईबर एक्सपर्ट की टीम ने महिलाओ, बच्चो व ग्राम वासियो को फिसिंग अटैक व उससे बचने के बारे में जानकारी दी। साईबर थाना टीम ने महिलाओ, बच्चो व ग्राम वासियो को जानकारी देते हुए फिसिंग अटैक द्वारा साईबर अपराध करने वाले अपराधियो के तौर तरीको के बारे मे बतलाया गया वा इससे बचने के उपाय सांझा किये ।
जिन्होने बतलाया कि टेक्नोलॉजी की इस दुनिया में साइबर अटैक्स के मामले बढ़ते ही चले जा रहे है , कितनी भी Strong security क्यों न हो साइबर अपराधी अटैक करने की कुछ न कुछ नई तकनीकें ढूंढ ही लेते है फ़िशिंग एक प्रकार की सोशल इंजीनियरिंग है जिसका उपयोग यूजर का डेटा चुराने के लिए किया जाता है , फिशिंग अटैक में हमलावर यूजर को एक धोखाधड़ी वाला संदेश भेजता है और यूजर की लॉगिन क्रेडेंशियल और क्रेडिट कार्ड नंबर जैसी संवेदनशील जानकारी चुरा लेता है साइबर अपराधी द्वारा यूजर को भेजा गया सन्देश असली सन्देश की तरह नजर आता है लेकिन वह सन्देश असल में एक धोखाधड़ी वाला नकली सन्देश होता है
फिसिंग अटैक बचाव के तरीके :-
सबसे पहले आपको फर्जी email को पहचानना सीखना होगा , अगर आपको ई-मेल द्वारा कोई फर्जी सन्देश प्राप्त होता है तो सबसे पहले सुनिश्चित कर लें की उसमे दी गयी वेबसाइट आधिकारिक है या नहीं । यदि आधिकारिक वेबसाइट है तभी उसे ओपन करे कोई भी ऐसा सन्देश जिसमे Offer दी जा रही है या आपको ललचाया जा रहा है उस पर विश्वास नहीं रखे -अपने devices जैसे कंप्यूटर , लैपटॉप , मोबाइल में हमेशा एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का प्रयोग करे , एंटीवायरस सॉफ्टवेयर फर्जी ईमेल , SMS को ब्लॉक कर देता है E-mail के लॉगिन से पहले उस वेबपेज का URL जरूर चेक करे , URL में अगर गड़बड़ी नजर आये तो बिलकुल भी लॉगिन नहीं करे जितने भी सॉफ्टवेयर आप यूज़ कर रहे है उन्हें टाइम पर अपडेट करते रहे और हमेशा लाइसेंस वाले software का इस्तेमाल करे ।