रेवाडी: सुनील चौहान। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हिंसा के दौरान हुई किसानों की मौत के बाद पूरे प्रदेश में संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से प्रदर्शन किया जा रहा है। रेवाड़ी में भी सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान संगठन के पदाधिकारी प्रदर्शन करते हुए जिला सचिवालय पहुंचे और किसानों ने जिला सचिवालय के बाहर जमकर नारेबाजी की। काफी देर नारेबाजी करने के बाद किसानों ने SDM रविन्द्र यादव के नाम ज्ञापन सौंपा। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विवादित बयान की कड़े शब्दों में निंदा भी की।
दूसरी तरफ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव की कोठी के पास लाल बहादुर शास्त्री चौक पर CM मनोहर लाल खट्टर का पुतला भी फूंका। किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार 10 महीनों से शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे किसानों को भड़काने का काम कर रही है। लखीमपुर खीरी में जो कुछ हुआ, वह देश को शर्मशार करने वाला है। एक मंत्री के बेटे ने निहत्थे किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया।
हरियाणा सरकार किसानों पर जुल्म करती आ रही
किसान संगठनों ने हिंसा के दौरान मरने वाले 8 लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया है। इसके अलावा किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री इस तरह का विवादित बयान देकर आखिर क्या साबित करना चाहते हैं। जब से किसान आंदोलन शुरू हुआ है, तभी से हरियाणा सरकार किसानों पर जुल्म कर रही है। कई बार लाठीचार्ज किया गया। किसानों पर मुकदमे दर्ज किए गए। वहीं किसानों के आंदोलन को तोड़ने के लिए साजिश रची गई, लेकिन हर बार सरकार की साजिश फेल हुई हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का लट्ठ उठाने का बयान सरकार की मंशा को जाहिर कर रहा है। इस मौके पर रामकिशन महलावत, कामरेड राजेन्द्र सिंह एडवोकेट, समयसिंह आदि किसान नेता मौजूद थे।
कांग्रेस ने फूंका पुतला
वहीं दूसरी तरफ मॉडल टाउन में पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कैप्टन अजय सिंह यादव के समर्थकों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पुतला फूंका। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस तरह का विवादित बयान देकर मुख्यमंत्री माहौल खराब करना चाहते हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने की मांग की है। इस मौके पर नरेश शर्मा, अमृतकला टिकानिया, सुनीता रंगा, पार्षद प्रवीन उर्फ शालू, मोनू राव, एडवोकेट दयाराम, देवकी, अजीत तोंगड़ आदि मौजूद थे।
जिला सचिवालय पर सुरक्षा कड़ी
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए सुबह ही जिला सचिवालय के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई। बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों को सचिवालय पर तैनात किया गया है। इतना ही नहीं फायर ब्रिगेड, वाटर कैनन की गाड़ी भी तैनात की गई। किसानों के प्रदर्शन के वक्त प्रशासन ने जिला सचिवालय के मेन गेट को भी बंद रखा।