रेवाड़ी: सुनील चौहान। जब मन में जज्बा जीत का हो तो फिर बाधाएं भी रास्ता नहीं रोक सकती है। संघ लोकसेवा आयोग की तरफ से घोषित किए गए परिणाम में रेवाड़ी शहर के शक्तिनगर निवासी एवं दिल्ली इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के इंस्पेक्टर कुणाल यादव ने यह साबित करके दिखाया है। पहले प्रयास में प्री को भी क्लियर नहीं कर पाए थे लेकिन हिम्मत नहीं हारी और नौकरी के साथ तैयारी करते हुए उन्होंने अब दूसरे प्रयास में 185 वी रैंक हासिल की है। कुणाल की इस उपलब्धि पर परिवार में खुशियां मनाई जा रही है।
कुणाल ने वर्ष 2018 में पहली बार सिविल सेवा परीक्षा दी थी, लेकिन प्री एग्जाम भी उत्तीर्ण नहीं कर पाए। वर्ष 2020 में उन्होंने दूसरी बार परीक्षा दी थी जिसमें उपलब्धि हासिल की। कुणाल वर्तमान में बतौर इनकम टैक्स इंस्पेक्टर दिल्ली में नौकरी कर रहे हैं। कुणाल के पिता सतीश कुमार बैंक में सीनियर मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं तथा उनकी मां कुसुम यादव गृहिणी हैं। कुणाल बताते हैं कि मामा रवि यादव व छोटे भाई यतिन ने लगातार उन्हें प्रेरित किया।
10 घंटे की पढ़ाई:
कुणाल इससे पूर्व भी 8 सरकारी सेवाओं की परीक्षा को उत्तीर्ण कर चुके हैं। उनका आईएएस बनने का सपना था जो अब पूरा हुआ है। कुणाल यादव ने बिना किसी कोचिंग के यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की है। कुणाल यादव प्रतिदिन 10 से 12 घंटे पढ़ाई करते हैं। वह बचपन से पढ़ाई में होनहार हैं।
बैंक की छोड़कर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में आए:
शहर के शक्तिनगर निवासी एवं पंजाब नेशनल बैंक की गुड़गांव शाखा में वरिष्ठ प्रबंधक के पद पर कार्यरत सतीश यादव के बेटे कुणाल यादव ने कॉलेज जीवन में पहुंचने के बाद आईएएस बनने का सपना संजोया था। बारहवीं कक्षा की परीक्षा उन्होंने नॉन मेडिकल से करते हुए जिला में टॉप किया था। उनकी बारहवीं तक की पढ़ाई शहर के जैन पब्लिक स्कूल से हुई थी। तत्पश्चात उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज में प्रवेश लिया और यहां से नॉन मेडिकल केमिस्ट्री की पढ़ाई करने के बाद फिर प्रशासनिक सेवा में जाने के लिए तैयारी में जुट गए। साल 2015 में पहली बार उन्होंने एसएससी सीजीएल का एग्जाम क्लियर किया लेकिन यह नौकरी भी उन्हें पसंद नहीं आई तो उन्होंने ज्वाइन ही नहीं किया। तत्पश्चात उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक में पीओ के पद के लिए अप्लाई किया तो इसमें उनकी जॉब लग गई। यहां पर ज्वाइन करने के बाद उनका चयन फिर स्टेशन मास्टर के साथ सेना में असिस्टेंट कमांडेंट के पद भी हो गया लेकिन दोनों ही नौकरी ज्वाइन नहीं की। 18 माह तक बैंक में नौकरी करने के बाद उनका चयन इनकम टैक्स डिपार्टमेंट हो गया। फिलहाल दिल्ली में इनकम टैक्स इंस्पेक्टर पद पर कार्यरत है।