दोस्त के साथ मिलकर रची कार चोरी की पटकथा, दोनो काबू होने पर हुआ खुलासा

रेवाड़ी: सुनील चौहान। रेवाडी पुलिस ने कार चोरी की झूठी सूचना देने के मामले मे कार मालिक व उसके दोस्त को काबू किया है। पूछताछ मे आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। कार चोरी नहीं हुई थी, बल्कि कार के मालिक ने ही अपने दोस्त को गाड़ी दी थी। उसके बाद चोरी होने की सूचना दे दी। पुलिस ने कार मालिक और योजना में शामिल आरोपित उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस ने बताया कि गुरुग्राम के मानेसर निसासी नैनवाल निवासी देवेन्द्र कंप्यूटर रिपेयर का काम करता है। उसने एक बीएम डब्लू कार ली हुई थी। वह रेवाड़ी में अंबेडकर चौक पर मनोहर डाइग्नोस्टिक सेंटर पर आया और पर्ची कटवाई। उसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी कि उसकी कार अल्ट्रासाउंड सेंटर के बाहर खड़ी थी तथा वह चोरी हो गई। । सूचना के बाद मॉडल टाउन थाना पुलिस ने तुरंत नाकाबंदी की और कार तलाशने की कोशिश शुरू की।

देवेन्द्र पर शक के चलते दोबरा करी पूछताछ
पुलिस को शुरुआत में देवेन्द्र पर शक हो गया था। क्योंकि कार चोरी की टाइमिंग के वक्त चौक पर काफी भीड़ होती है। जबकि कुछ मिनट में ही कार चोरी होना इतना असान भी नहीं है। पुलिस ने नाकाबंद की गुरुग्राम के खलीलपुर तक पहुंची और कार को बरामद भी कर लिया। इसके साथ ही रवि नाम के एक शख्स को पकड़ा गया। रवि से सख्ती से पूछताछ की तो उसने राज खोल दिया।पुलिस पूछताछ में देवेन्द्र ने बताया कि उसको काफी कर्ज है। इसी कर्ज को उतारने के लिए उसने अपनी कार चोरी होने की साजिश रची और इसमें अपने दोस्त रवि को शामिल किया। पूछताछ में सामने आया कि देवेन्द्र के पास दो चाबी थी। उसने एक चाबी रवि को देकर खुद ही यहां से रवाना किया था और फिर बाद में पुलिस को कार चोरी होने की सूचना दे दी। पुलिस ने देवेन्द्र व उसके दोस्त रवि को काबू कर लिया है।