जब्त मोबाइलों से निकाली जा रही है चैट, वीडियो और अन्य जानकारियां।
17 सितंबर तक दोनों आरोपी है एसओजी की रिमांड पर।
जयपुर: राजस्थान में ही नहीं बल्कि देशभर के बहुचर्चित अश्लील वीडियो प्रकरण में अब यह बात सामने आई है कि 10 जुलाई को जब यह वीडियो अजमेर के निकट पुष्कर स्थित वेस्टिन रिसॉर्ट एंड स्पा के इंडोर स्वीमिंग पुल में बनाया गया तब मौके पर कोई चौथा व्यक्ति नहीं था। ब्यावर के डीएसपी हीरालाल सैनी और उनकी महिला मित्र जयपुर कमिश्नरेट की कांस्टेबल ने स्वीमिंग पुल में उतरने से पहले ही मोबाइल को स्टैंड पर लगा दिया था। स्विमिंग पुल में महिला कांस्टेबल का 6 वर्षीय पुत्र भी था। इस बहुचर्चित मामले की जांच स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप यानी एसओजी की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिव्या मित्तल कर रही हैं। दिव्या मित्तल ने बताया कि दोनों आरोपियों से मौके की तस्दीक करवाई गई है। यही बताया कि वीडियो बनाने में चौथे व्यक्ति की मदद नहीं ली गई। दोनों आरोपियों और 6 वर्षीय बच्चे को भी पता था कि स्विमिंग पुल की गतिविधियों का वीडियो बन रहा है, इसलिए उनके एक्शन बार बार मोबाइल की तरफ हो रहे थे। दोनों आरोपियों ने वीडियो बनाने की बात स्वीकार कर ली है। जांच अधिकारी ने बताया कि सस्पेंड डीएसपी सैनी और महिला कांस्टेबल से जो तीन चार मोबाइल फोन जब्त किए हैं उनसे अब चैट, वीडियो और अन्य जानकारी हासिल की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ऐसे अश्लील वीडियो कितने बनाए गए हैं तथा महिला कांस्टेबल का किन किन लोगों से संपर्क था। मोबाइल से जानकारी निकालने के लिए आईटी के विशेषज्ञों की भी राय ली जा रही है। जरुरत होने पर आरोपियों के संपर्क में आने वालों से भी पूछताछ होगी। जांच में यह बात भी सामने आई है कि आरोपियों के पास 50 से भी ज्यादा अश्लील वीडियो है। अब यह पता लगाया जाएगा कि आखिर ऐसे अश्लील वीडियो किस मंशा से तैयार किए या फिर अपने मोबाइल में रखे। यह भी पता लगाया जाएगा कि कहीं यह मामला पोर्न फिल्म कारोबार से तो जुड़ा नहीं है? पिछले दिनों मुंबई में फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा को पोर्न फिल्म के कारोबार के कारण ही गिरफ्तार किया था। कुंद्रा को पोर्न फिल्मों का सरगना बताया गया। ऐसे अश्लील वीडियो लाखों रुपए में बिकते हैं। एसओजी इस मामले में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। दोनों आरोपी 17 सितंबर तक रिमांड पर है। एसओजी के अधिकारी राज दिन पूछताछ का काम कर रहे हैं। अजमेर, जयपुर, पुष्कर, ब्यावर आदि के बीच भी जांच अधिकारियों की भाग दौड़ हो रही है। मालूम हो कि विगत दिनों यह मामला तब सुर्खियों में आया जब डीएसपी सैनी और महिला कांस्टेबल का अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इससे पहले महिला कांस्टेबल ने जयपुर के कालवाड़ पुलिस स्टेशन पर दो व्यक्तियों के विरुद्ध वीडियो की आड़ में ब्लैकमेल करने का मामला दर्ज करवाया तो महिला कांस्टेबल के पति ने नागौर के चितावा पुलिस स्टेशन पर शिकायत देकर डीएसपी सैनी औ अपनी पत्नी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। इन दोनों ही मामलों में नियमानुसार कार्यवाही नहीं करने के आरोप में अब तक तीन आरपीएस और दो पुलिस इंस्पेक्टरों को निलंबित किया जा चुका है। हीरालाल सैनी पिछले तीन वर्षों से ब्यावर में ही तैनात रहा। आरोप है कि सैनी को सीएमओ में तैनात एक अधिकारी का संरक्षण मिला हुआ है।