रेवाड़ी में फिर बढ़ने लगे कोरोना के केस: 15 दिन शून्य रहने के बाद 4 एक्टिव केस आए सामने

 रेवाड़ी:  रेवाड़ी में एक बार फिर कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं। बावजूद इसके लोग बेखौफ होकर कोरोना की गाइडलाइन को दरकिनार कर रहे हैं। बाजार से लेकर तमाम भीड़भाड़ वाले इलाकों में बगैर मास्क लोग घूमते हुए देखे जा सकते हैं। इतना ही नहीं दो माह पहले तक थोक के भाव चालान काटने वाले अधिकारी भी एक तरह से अब बेफिक्र हो गए हैं। स्कूल खुलते समय तो कोरोना गाइडलाइन की पालना की बात की गई थी, लेकिन अब हालात यह हैं कि स्कूल में बगैर मास्क ही बच्चे एंट्री कर रहे हैं।

बता दें कि रेवाड़ी जिले में जुलाई के अंत तक कोरोना की रफ्तार पूरी तरह धीमी पड़ गई थी। कोरोना का आखिरी केस 2 अगस्त को मिला था। उसके बाद लगातार 13 दिन कोई केस नहीं मिला। 15 अगस्त को एक केस रेवाड़ी शहर व एक गांव गुरावड़ा में मिला। उसके बाद 16 अगस्त को मीरपुर व एक केस अन्य जगह मिला। हालांकि अब दो दिन से फिर रफ्तार कम हुई है, लेकिन जिले में अब 4 एक्टिव केस हैं। ये सभी लोग होम आइसोलेट किए गए हैं।

रेवाड़ी में बिना मास्क स्कूल में घूमते बच्चे।
रेवाड़ी में बिना मास्क स्कूल में घूमते बच्चे।

बना हुआ है तीसरी लहर का खतरा

विशेषज्ञों ने अगस्त माह में तीसरी लहर की संभावना जताई थी, लेकिन अभी तीसरी लहर जैसे तो हालात नहीं दिख रहे। इतना जरूर है कि रेवाड़ी में कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं। हालांकि दूसरी लहर के बाद रेवाड़ी में कोरोना को लेकर काफी तैयारी की गई है। दूसरी लहर के समय सबसे बड़ी जरूरत ऑक्सीजन की कमी अब दूर हो चुकी है। नागरिक अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो चुका है। बावल व कोसली में भी ऑक्सीजन प्लांट चालू होने वाले हैं, इनका किसी भी समय शुभारंभ हो सकता है।

वहीं अगर इसी तरह कोरोना के केस बढ़ते रहे तो फिर पहले की तरह मुश्किल खड़ी हो सकती है। तीसरी लहर में सबसे बड़ा खतरा बच्चों पर ही बताया गया है। इसके बावजूद स्कूलों में बच्चों के सेहत से खिलवाड़ हो रहा है। कई राज्यों के स्कूलों में विद्यार्थी पॉजिटिव भी पाए जा रहे हैं। कुछ दिन पहले ही हरियाणा के फतेहाबाद में कुछ स्कूली बच्चे पॉजिटिव पाए गए थे। बावजूद इसके स्कूलों में गंभीरता से कोरोना गाइडलाइन की पालना नहीं हो रही। पूरे जिले की बात करें तो रेवाड़ी में अभी तक 20 हजार 247 पॉजिटिव केस मिले हैं। इनमें 254 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है, जबकि 19 हजार 991 ठीक भी हो चुके हैं। जबकि रेवाड़ी में ब्लैक फंगस से भी दो लोगों की मौत हो चुकी है।

बिना मास्क स्कूल में घूमते बच्चे।
बिना मास्क स्कूल में घूमते बच्चे।

सभी स्कूलों को SOP की पालना करनी होगी

रेवाड़ी के DEO (जिला शिक्षा अधिकारी) राजेश कुमार ने बताया कि जिले के सभी स्कूलों को SOP की पालना करने के निर्देश दिए गए हैं। अगर किसी स्कूल में पालना नहीं हो रही तो उसे चेक करके कार्रवाई की जाएगी। DEO ने बताया कि हमनें CMO (सिविल सर्जन) को लेटर लिखा हुआ है कि शिक्षा विभाग के लिए अलग से वैक्सीनेशन कैंप लगवाया जाए, जिससे समय पर सभी टीचर्स का वैक्सीनेशन हो सके। इससे स्कूल में कोरोना का खतरा कम होगा, क्योंकि टीचर्स ही बच्चों के बीच रहते हैं।