कोरोना महामारी की चुनौतियों के बावजूद टोक्यो ओलिंपिक सफल रहा। 23 जुलाई को शुरू हुए इस इवेंट का समापन हो चुका है। इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) के अध्यक्ष थॉमस बाक ने टोक्यो ओलिंपिक 2020 के समापन की औपचारिक घोषणा की। अब अगला ओलिंपिक 2024 में पेरिस में होगा। टोक्यो में करीब 11 हजार एथलीट्स ने 339 इवेंट्स में हिस्सा लिया।
क्लोजिंग सेरेमनी में बजरंग पूनिया भारत के ध्वजवाहक रहे। भारत इस ओलिंपिक में 7 मेडल के साथ 48वें स्थान पर रहा, जो उसका ओलिंपिक इतिहास में सबसे शानदार प्रदर्शन है। भारत की ओर से जेवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड, वेटलिफ्टर मीराबाई चानू और रेसलर रवि दहिया ने सिल्वर मेडल दिलाया। वहीं शटलर पीवी सिंधु, रेसलर बजरंग पूनिया, बॉक्सर लवलिना बोरगोहेन और पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
क्लोजिंग सेरेमनी की शुरुआत में आतिशबाजी हुई
क्लोजिंग सेरेमनी की शुरुआत आतिशबाजी से हुई। इसके बाद मंच पर मेजबान जापाना का झंडा लाया गया। इसके बाद सभी देशों के झंडे स्टेडियम में एक गोले में दिखाई दिए। धीरे-धीरे एथलीट्स भी स्टेडियम में आने लगे। यह शानदार दृश्य था, सिर्फ भारतीयों के लिए नहीं, बल्कि इसने दुनिया के सभी लोगों का दिल जीता। जिन खिलाड़ियों के इवेंट्स आज थे, उन्हें मेडल भी दिया गया।
एफिल टावर पर ओलिंपिक ध्वज फहराया गया
समापन समारोह में टोक्यो के गवर्नर युरिको कोइके और IOC के अध्यक्ष थॉमस बाक ने ओलिंपिक ध्वज को पेरिस की मेयर एनी हिडाल्गो को सौंपा। पेरिस में ही अगला 2024 पेरिस ओलिंपिक होना है। इस दौरान एफिल टावर पर ओलिंपिक ध्वज भी फहराया गया।
फ्रांस का राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया
समापन समारोह में फ्रांस के राष्ट्रगान की प्रस्तुति के बाद स्टेडियम में फ्रांस का राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। इसके बाद पेरिस ओलिंपिक 2024 की उलटी गिनती शुरू हो गई। इसी के साथ एथलीट भी आने वाले ओलिंपिक खेलों की तैयारियां शुरू कर देंगे। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी वीडियो के जरिए सभी को अगले ओलिंपिक के लिए शुभकामनाएं दीं।
बजरंग पूनिया ने भारतीय दल की अगुवाई की
क्लोजिंग सेरेमनी में बजरंग पूनिया ने भारतीय दल की अगुवाई की। बजरंग ने कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। जब ओपनिंग सेरेमनी होता है तो सभी एथलीट अपने झंडे के साथ चलते हैं। पर क्लोजिंग सेरेमनी में सभी देशों की सीमाएं खत्म हो जाती हैं। दुनियाभर के एथलीट एकसाथ एक धुन में चलते हैं और मोमेंट को एंजॉय करते हैं।
अमेरिका मेडल्स टैली में टॉप पर रहा
सेरेमनी में सभी एथलीट्स ने लोगों को ‘स्ट्रॉन्ग टुगेदर’ का मैसेज भी दिया। अलग-अलग इवेंट में कुल 340 गोल्ड मेडल, 338 सिल्वर और 402 ब्रॉन्ज खिलाड़ियों ने जीते। टोक्यो ओलिंपिक 2020 में अमेरिका ने 39 गोल्ड, 41 सिल्वर और 33 ब्रॉन्ज समेत कुल 113 मेडल अपने नाम किए। जबकि चाइना ने 28 गोल्ड, 32 सिल्वर और 18 ब्रॉन्ज सहित कुल 88 मेडल हासिल किए।
टोक्यो ओलिंपिक के अध्यक्ष ने जज्बे की प्रशंसा की
टोक्यो 2020 के अध्यक्ष सेको हाशिमोटो ने कहा कि ओलिंपिक खेलों से कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों का कोई संबंध नहीं था। ओलिंपिक के बाद अब टोक्यो में पैरालिंपिक गेम्स भी खेले जाएंगे। हाशिमोटो ने कहा कि इसका फैसला सही समय पर किया जाएगा। पैरालिंपिक 24 अगस्त से 5 सितंबर तक आयोजित किए जाएंगे।
लंदन ओलिंपिक में भारत ने जीते थे 6 मेडल
टोक्यो से पहले भारत का सबसे सफल ओलिंपिक 2012 लंदन ओलिंपिक रहा है। इस ओलिंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने कुल 6 मेडल जीते थे। हालांकि इसमें एक भी गोल्ड मेडल नहीं था। लंदन में कुश्ती और शूटिंग में दो मेडल मिले थे। जिसमें एक-एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल था। इसके अलावा बॉक्सिंग में मेरीकॉम और बैडमिंटन में साइना नेहवाल ने ब्रॉन्ज मेडल जीते थे।
ओपनिंग सेरेमनी में मनप्रीत और मेरीकॉम ध्वजवाहक रहे
ओलिंपिक के उद्घाटन समारोह में भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह और मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम ने भारत का ध्वज थामा था।