रेवाडी: सुनील चौहान। फिर वही हुआ जिसका सबको डर था। पूंजीपतियों की ओर से ओर से मोटे दामों में पेपर लीक करवा दिया गया। जब यह सूचना एचएसएससी के पास पहुंची तो मजबूरी में पेपर कैसिल करवाने का नोटिस जारी करना पडा।
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) द्वारा आयोजित कराई जा रही हरियाणा पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा पहले ही दिन रद्द हो गई। पेपर लीक होने के चलते कैंसिल की गई परीक्षा के साथ ही परीक्षार्थियों की उम्मीदें भी एक तरह से स्थगित हो गई हैं, क्योंकि अब परीक्षा के दोबारा आयोजन की तिथियां घोषित होने के बाद ही अभ्यर्थी पुलिस में भर्ती के अपने सपने पूरे करने के लिए मेहनत में जुटेंगे। एग्जाम कैंसिल होने से बड़ा नुकसान हुआ है। सूचना मिली है पेपर पहले ही लीक हो गया था। इसी के चलते एचएसससी की ओर से पेपर कैसिल करना पडा
हरियाणा के जिले कैथल के माता गेट एरिया से पुलिस ने 3 युवकों को पेपर लीक करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए तीनों युवक जींद के रहने वाले हैं। आरोपियों में 2 युवक उचाना और एक युवक जींद के ही थुआ गांव के रहने वाले हैं। इस घटना के बाद हरियाणा कर्मचारी भर्ती आयोग ने परीक्षा रद्द कर दी है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से 7 और 8 अगस्त को पुरुष कॉन्स्टेबल की लिखित परीक्षा ली जा रही थी। शनिवार सुबह को सुबह के सत्र में कैथल में तीन पेपर साल्वर पकड़े गए। इन साल्वर के पास से आंसर की मिली है। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। तीनों युवकों को सीआईए पुलिस के पास ले जाया गया है। एसपी लोकेंद्र सिंह भी सीआईए में पहुंचे है। तीनों के संबंध हिसार के युवक से बताए जा रहे हैं।
रेवाड़ी में ही करीब 5 हजार परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचे थे, जिनका अनुमानित 25 लाख रुपए तो किराये-भाड़े में ही खर्च हो गया। रोडवेज ने भी फरीदाबाद, गुड़गांव आदि जगहों के लिए 43 स्पेशल बसों का संचालन किया। पूरा तंत्र परीक्षा के आयोजन में लगा हुआ था। प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस की टीमें जुटी रहीं, लेकिन पेपर लीक होने से अभ्यर्थियों की मेहनत, खर्च और प्रशासनिक तैयारियों पर पानी फिर गया। परीक्षार्थियों में भी इसके लेकर खासी निराशा रही। बता दें कि जिले में विभिन्न 24 शिक्षण संस्थानों में 38 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे
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पानी में लाइन लगाई, फिर इसके बाद मिली एंट्री:
शनिवार को सुबह के सत्र की परीक्षा 10:30 बजे से 12 बजे तक आयोजित हुई। शाम की सत्र में 3 बजे से शाम 4:30 बजे होने वाली परीक्षा के लिए केंद्र में प्रवेश का समय दोपहर 1 बजे से 2 बजे के बीच था। इसी दौरान बारिश हो रही थी। मॉडल टाउन स्थित हिंदू स्कूल जैसे सेंटर के गेट के सामने पानी भरा हुआ था। लेकिन परेशानी से ज्यादा महत्वपूर्ण परीक्षा थी, इसलिए युवा पानी में ही लाइन लगाकर खड़े हो गए तथा नंबर आपने पर एंट्री करा पाए। अहीर कॉलेज में पहुंचने के लिए भी परीक्षार्थियों को नाई वाली फ्लाईओवर के साथ भरे पानी से होकर गुजरना पड़ा।
जिले में 11400 अभ्यर्थियों को परीक्षा देने पहुंचना था। अधिकारियों के अनुसार पहले आधे यानी करीब 5700 अभ्यर्थी परीक्षा देने आने थे। हालांकि परीक्षा रद्द होने से प्रशासन ने उपस्थित हुए अभ्यर्थियों की सूचना जारी नहीं की। करीब 5 हजार अभ्यर्थी एग्जाम के लिए पहुंचे। रेवाड़ी में ज्यादातर फरीदाबाद तथा कुछ अन्य जगहों के अभ्यर्थियों का सेंटर था।
फरीदाबाद के राकेश व अजय ने बताया कि रोडवेज का किराया ही दोनों तरफ का 260 रुपए है। इसके बाद ऑटो का किराया तथा खाने-पीने पर भी खर्च हुआ। बड़ी संख्या में अभ्यर्थी गाड़ी बुक करके भी लेकर आए। इन्हीं में शामिल चेतन कुमार ने बताया कि हम 3 लोगों के 1000-1000 रुपए हो गए। यानी बस व गाड़ियों में आए अभ्यर्थियों का औसत खर्च 500 रुपए भी लगाएं तो 5000 लोगों के 25 लाख रुपए खर्च हुए।
ताबीज-नाल तक खुलवाए
मोबाईल फोन, बेल्ट, किसी प्रकार की घड़ी, पहनने वाले आभूषण जैसे चैन, अगूठी, ईयररिंग आदि के साथ ही कोई भी इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार यंत्र, पेन, पेंसिल, रबर, शॉर्पनर, फ्ल्यूड आदि परीक्षा केन्द्र की परिधि में ले जाने की अनुमति नहीं थी। जो लेकर आए उन्हें बाहर रखने पड़े। अभ्यर्थियों के हाथ पर बंधे ताबीज और नाल तक खुलवाए गए।
50 से 100 रुपए देकर बाहर रखा सामान:
हर परीक्षा की तरह इस बार भी सामान की रखवाली करके कुछ लोगों ने कमाई की। दूर से आने के चलते अभ्यर्थी अपने साथ बैग व अन्य सामान लेकर आए। उसे रखवाने के लिए दुकानों या अन्य जगहों पर उनसे 20 से 50 रुपए तक वसूले गए। परीक्षा केंद्रों में सामान रखने की कोई व्यवस्था नहीं थी।
फोटो पर स्टैंप व आईडी नहीं होने से कई वंचित रहे:
कुछ ऐसे भी परीक्षार्थी रहे जो जल्दबाजी में आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र लेकर नहीं आए। उन्हें केंद्र में प्रवेश नहीं करने दिया गया। कईयों के फोटो पर स्टैंप नहीं लगी थी। सत्यापित नहीं होने के चलते पुलिस ने प्रवेश से रोक दिया। कुछ लोगों ने इधर-उधर से अटेस्ट करा ली, मगर कुछ नहीं करा पाए तो लौटना पड़ा। कई देरी से भी पहुंचे।