रेवाड़ी: सुनील चौहान। बर्बाद फसल के मुआवजा की मांग को लेकर गठित कमेटी एवं संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में कृषि एवं कल्याण कार्यालय रेवाड़ी पर जोरदार धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता लंबरदार उदयराज मीरपुर ने की। संचालन किसान नेता अभय सिंह फिदेडी ने किया। प्रदर्शनकारियों को मुख्य रूप से कमेटी के सलाहकार कॉमरेड राजेन्द्र सिंह एडवोकेट,किसान यूनियन टिकेट के नेता रामकिशन महलावात, जय किसान आंदोलन के नेता मास्टर धर्मसिंह,किसान यूनियन चडुनी के नेता समय सिंह,आल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन नेता रामकुमार निमोद ,अशोक मूसेपुर रामफल पूर्व सरपंच मुमताजपुर,मनफूल सांगवान,कुलदीप,बलराम ईश्वर मेहालावत, पृथ्वी सिंह बालियर,राममेहर , भागमल इत्यादि ने संबोधित किया। सैकड़ों किसानों ने हिस्सा लिया।
कॉमरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने बताया कि संबंधित अधिकारी पूछने पर भी इस तथ्य से अनभिज्ञ थे की रेवाड़ी जिला में फसल मुआवजा के लिए कितने किसानों ने कलेम किया है और 2020 से अब तक कितने किसानों को क्लेम की राशि मिली है , कितने क्लेम रिजेक्ट किए हैं और बचे हुए किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया कहां तक पहुंच गई है। इस बात का अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था जबकि 26 जुलाई को आयोजित धरने के समय भी यही पूछा गया था।जब भी अधिकारियों के पास इस बात कोई जवाब नहीं था। इससे सिद्ध होता है कि सरकार और इंश्योरेंस कंपनियों को किसानो की कितनी चिंता है? प्राकृतिक आपदा की 72 घंटों में संबंधित कार्यालय को रिपोर्ट करना किसी भी हालत में न्यायोचित नहीं है। कमेटी एवं किसान संगठनों का मानना है कि प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना एवं काले कृषि कानून कॉरपोरेट घरानों के फायदे के लिए है। ये पूर्ण रूप से किसानो के खिलाफ है।इससे किसानो के हित से कोई वास्ता नहीं है। फैसला लिया है कि 9 अगस्त को प्रातः 11:00 नेहरू पार्क में इकट्ठे होकर प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा और उपायुक्त एवं सरकार को ज्ञापन भेजा जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर तीन काले कृषि कानूनों खिलाफ कॉर्पोरेट भगाओ खेती बचाओ के नारे के साथ जुलूस प्रदर्शन भी आयोजित किया जाएगा।