रेवाडी: सुनील चौहान। कानोअ गेट पर न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड और यूनाइटेड इंडिया आदि चार साधारण बीमा कम्पनियों के संयुक्त तत्वावधान में कर्मचारियों द्वारा सरकार की नीतियों के विरुद्ध एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया। यूनाइटेड इंडिया एश्योरेंस के कमल यादव ने बताया कि पूरे भारत में सभी पीएसयू बीमा कंपनियों के कर्मचारियों द्वारा आयोजित इस धरना प्रदर्शन में निजीकरण का विरोध किया जा रहा है। सरकार अपनी मनमानी के तहत सरकारी कम्पनियों को निजी हाथों में सौंपना चाहती है, जो कि गलत है। इससे लगभग 60-70 हजार कर्मचारी प्रभावित होगें और उनका भविष्य अंधकारमय हो जायेगा। इस धरने में कर्मचारियों ने लोकसभा में संशोधन अधिनियम के पारित होने का विरोध किया और इसे वापस लेने की मांग की। वेतन संशोधन का तत्काल समाधान और परिवार पेंशन सुधार के साथ-साथ 1995 पेंशन योजना के तहत सभी कर्मचारियों के कवरेज की भी जोरदार मांग की। इसके तहत पूरे भारत वर्ष में सभी सरकारी कम्पनियों के ऑफिस बंद रहे।
कोरोनाकाल में सेवाएं देने के लिए खोले दफ्तर
सरकारी कंपनियों ने कोराना के मुश्किल समय में भी आम लोगों को सर्विस देने के लिए सभी आफिस खोले थे। परिणाम स्वरूप बहुत कर्मचारी इस दौरान कोरोना की वजह से अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए। यूनियनों, कर्मचारियों और अधिकारियों के संघ के संयुक्त मंच (ज्वाइंट फोरम ऑफ ट्रेड यूनियन) द्वारा आयोजित इस एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में यूनाइटेड इंडिया एश्योरेंस कंपनी से कमल यादव, कृष्ण कुमार, भावना यादव, मोनिका सरजीत, सतीश यादव, मुकेश, सरिता यादव, अशोक अग्रवाल, दीपिका, संजय रुस्तगी तथा नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड से अनिल अग्रवाल, सुनील यादव, अजय मेहंदीरत्ता, शर्मिन्द्र कुमार आदि कर्मचारी उपस्थित रहे।