Railaway news:उत्तर पश्चिम रेलवे की नई समय सारणी 1 जनवरी 2026 से लागू होगी, जिसके तहत रेल यात्रियों को अधिक तेज, सुगम और सुविधाजनक सेवा मिलने की उम्मीद है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने बताया कि बीते समय में रेलवे की ओर से दोहरीकरण, विद्युतीकरण और अन्य आधारभूत संरचना से जुड़े कई महत्वपूर्ण कार्य पूरे किए गए हैं। इन कार्यों के चलते रेल परिचालन की गति में सुधार हुआ है और ट्रेनों के यात्रा समय में कमी आई है। इसी को ध्यान में रखते हुए ट्रेनों की समय-सारणी में व्यापक संशोधन किया गया है।
नई समय सारणी लागू होने के बाद रेवाड़ी स्टेशन से गुजरने वाली कई ट्रेनों के आगमन और प्रस्थान समय में बदलाव देखने को मिलेगा। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले अपडेटेड समय-सारणी अवश्य जांच लें, ताकि किसी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके।
शशि किरण ने जानकारी दी कि उत्तर पश्चिम रेलवे पर नई समय सारणी में ट्रेनों के संचालन से जुड़े कई अहम बदलाव शामिल किए गए हैं। इसमें नई ट्रेनों की शुरुआत, कुछ ट्रेनों के मार्ग विस्तार, फेरों में वृद्धि, ट्रेन नंबरों में बदलाव, नए स्टेशनों पर ठहराव तथा विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेनों के आगमन और प्रस्थान समय में संशोधन शामिल है। नई समय सारणी के तहत 12 जोड़ी नई ट्रेनों का संचालन शुरू किया जाएगा, जबकि 4 जोड़ी ट्रेनों के मार्ग का विस्तार किया गया है। इसके अलावा 2 ट्रेनों के टर्मिनल स्टेशन में बदलाव किया गया है और 2 जोड़ी ट्रेनों के फेरों में भी विस्तार किया गया है, जिससे यात्रियों को अधिक विकल्प मिल सकेंगे।
नई समय सारणी की एक बड़ी विशेषता यह है कि 61 ट्रेनों को विभिन्न नए स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है, जो 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होगा। साथ ही 12 ट्रेनों के नंबरों में बदलाव किया गया है। रेलवे ने दो ट्रेनों को मेल या एक्सप्रेस श्रेणी से सुपरफास्ट श्रेणी में परिवर्तित किया है, जिससे इन ट्रेनों की गति और यात्रा समय दोनों में सुधार होगा। इसके अलावा 89 ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाई गई है, जिसके कारण कई स्टेशनों पर इनके आगमन और प्रस्थान समय में बदलाव किया गया है।

















