रेवाड़ी: घटना 15 और 16 दिसंबर 2025 की रात की है, जब आरोपियों ने पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से जयपुर जाने के लिए एक कैब बुक की थी। कैब रेवाड़ी के बनीपुर चौक के पास पहुंची तो आरोपियों ने ड्राइवर को गोली मार दी और गाड़ी के साथ करीब 18 हजार रुपये की नकदी लूटकर फरार हो गए।
फोन करके पूछा हाल’ हैरानी की बात यह है कि वारदात के बाद आरोपियों ने ड्राइवर की हालत जानने के लिए उसे फोन भी किया और इसे अपनी आत्मग्लानी और मानवता बताया। पुलिस इस दावे को केवल दिखावा मान रही है और पूरे मामले में सख्त धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है।
चौकाने वाला खुलासा: रेवाड़ी में कैब लूट और गोलीकांड के मामले में पुलिस जांच के दौरान चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। पुलिस के अनुसार इस वारदात का मास्टरमाइंड देवांशु है, जो राजस्थान के (Rajasthan) अजमेर का रहने वाला है और वर्तमान में पीएचडी कर रहा है। देवांशु ने अपने साथी शुभम के साथ मिलकर इस पूरी साजिश को अंजाम दिया। शुभम उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का निवासी है और यूजीसी-नेट की तैयारी कर रहा था। दोनों आरोपी उच्च शिक्षित होने के बावजूद अपराध की राह पर उतर गए, जिससे यह मामला और भी गंभीर बन गया है।
यहां से खरीद थे हथियार: रेवाडी क्राइम पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने हथियारों की खरीद मेरठ के रहने वाले बंटी नामक सप्लायर से की थी। देवांशु ने बंटी से कुल 85 हजार रुपये में हथियार खरीदे थे, जिसका भुगतान दो किस्तों में किया गया। इस सौदे में दो पिस्तौल, तीन मैगजीन और 89 जिंदा कारतूस शामिल थे। (Rewari News) मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मेरठ से हथियार सप्लायर बंटी को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि हथियारों की आपूर्ति के नेटवर्क को खंगाला जा रहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इससे पहले भी ऐसे सौदे हुए हैं या नहीं।
ये किया बरामद’ बरामदगी के दौरान पुलिस को आरोपियों के पास से केवल हथियार ही नहीं, बल्कि एक जैमर यानी वेव ब्लॉकर, जीपीएस डिटेक्टर और काली मिर्च का स्प्रे भी मिला है। इससे यह साफ हो गया है कि आरोपियों ने वारदात को पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया था और पुलिस या किसी भी ट्रैकिंग सिस्टम से बचने की तैयारी पहले से कर रखी थी। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि ये उपकरण आरोपियों ने कहां से और किस उद्देश्य से हासिल किए।

















