Haryana News: हरियाणा के जिला रेवाड़ी के गांव मीरपुर स्थित इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय (IGU Rewari) में इतिहास विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. बलकार सिंह द्वारा आमरण अनशन शुरू करने की घोषणा के बाद परिसर में सुरक्षा और सतर्कता बढ़ा दी गई है। सुबह से परिसर में भारी पुलिस बल तैनात रहा।Haryana News
बता दें, डॉ. बलकार सिंह, निवासी सेक्टर-1 रेवाड़ी, वर्ष 2008 में विश्वविद्यालय में नियुक्त हुए थे। वर्ष 2018 में धरनों और कथित राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने तथा कुछ मामलों के दर्ज होने के चलते उन्हें विश्वविद्यालय प्रशासन ने निलंबित कर दिया था।
जानिए क्या है मामला: निलंबन के खिलाफ उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी, जिस पर न्यायालय ने जुलाई 2023 में सभी आरोपों से बरी करते हुए उन्हें पूर्ण सेवा लाभों के साथ पुनः पदभार देने के निर्देश दिए। न्यायालय के आदेश पर डॉ. बलकार सिंह ने अप्रैल 2025 में पुनः विश्वविद्यालय में जॉइनिंग कर ली, लेकिन उनका आरोप है कि उन्हें अब भी सेवा संबंधी लाभ नहीं दिए जा रहे।
आमरण अनशन बेठा प्रोफेसर: विश्वविद्यालय प्रशासन को आशंका है कि अनशन के दौरान वह छात्रों को अपने समर्थन में जोड़ने की कोशिश कर सकते हैं, जिससे परिसर का माहौल बिगड़ने का खतरा बढ़ सकता है। रिपोर्टों के अनुसार, कुछ असामाजिक तत्व भी इस स्थिति का फायदा उठाकर विश्वविद्यालय की शांति और कानून-व्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं।
छावनी बना विवि: बता दें कि फिलहाल न तो कोई विश्वविद्यालय (IGU Meerpur ) का छात्र और न ही कोई प्रोफेसर अनशन में शामिल होने को तैयार है। इसके बावजूद, किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए परिसर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने और लगातार निगरानी बनाए रखने की तैयारी की गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि वे मामले को बातचीत से सुलझाने के पक्ष में हैं, ताकि अकादमिक माहौल प्रभावित न हो। पुलिस भी स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत कार्रवाई के लिए तैयार है।

















