Haryana: हरियाणा सरकार ने राज्य के सभी नाइट क्लबों में Fire safety audit कराने का आदेश दिया है। सभी नाइट क्लब संचालकों को लिखित में गारंटी देनी होगी कि उनका क्लब पूरी तरह से फायर-प्रूफ है। इसके अलावा, किसी भी हादसे से बचने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) भी तैयार की जाएगी। यह कदम गोवा के अरपोरा स्थित बिर्च बाय रोमियो लेन नाइट क्लब में हाल ही में हुई अग्निकांड में 25 लोगों की मौत के बाद उठाया गया है। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने सभी आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि अपने क्षेत्र में स्थित सभी नाइट क्लबों की सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा कराएं और Fire safety audit सुनिश्चित करें।
हरियाणा पुलिस ने सड़कों पर खतरनाक ड्राइविंग को लेकर भी कड़ा रुख अपनाया है। फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में हाईवे पर दो युवकों द्वारा थार गाड़ी में पैरों से स्टीयरिंग संभालने की घटना को लेकर DGP ने चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही और सनकी ड्राइविंग के कारण हजारों लोग एक्सीडेंट में मरते हैं। पुलिस ने निर्देश दिया है कि ऐसे सभी वाहन चालकों के खिलाफ खतरनाक ड्राइविंग का मुकदमा दर्ज किया जाए और उनके ड्राइविंग लाइसेंस को निरस्त किया जाए। यह कदम लोगों की सुरक्षा और सड़क पर दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाव के लिए PVR Model
DGP हरियाणा ने ऑनलाइन धोखाधड़ी और डिजिटल स्कैम से बचाव के लिए नया फार्मूला PVR (PAZ-VERIFY-REPORT) पेश किया है। इसका मतलब है – PAZ (रुकिये), VERIFY (जांचिये), REPORT (1930 पर रिपोर्ट करें)। स्कैमर्स अक्सर डर, जल्दबाजी, भरोसा, जिज्ञासा, लालच और लापरवाही का फायदा उठाकर लोगों को फंसाते हैं। DGP ने बताया कि दो सेकंड रुककर और जानकारी की जांच करके इन स्कैमर्स के खेल को खत्म किया जा सकता है। PVR Model के तहत हरियाणा में 24×7 साइबर हेल्पलाइन 1930, जिला स्तर पर साइबर पुलिस स्टेशन, विशेष फॉरेंसिक टीमें और एफआईआर के बिना रिफंड सिस्टम जैसी सुविधाएं मौजूद हैं।
सुरक्षा जागरूकता और डिजिटल ढाल
DGP ने PVR Model को तीन सिनेमाई लाइनों से जोड़कर लोगों को यादगार तरीके से समझाया – PAZ यानि “जिसका मुझे था इंतजार”, VERIFY यानी “कौन है वो, बोलो बोलो कौन है”, और REPORT “1930 – चक दे इंडिया!”। इससे नागरिक न केवल ऑनलाइन धोखाधड़ी से बच सकेंगे बल्कि नाइट क्लब और सड़क सुरक्षा के मामलों में भी सतर्क रहेंगे। इस पहल से हरियाणा में लोगों की भौतिक और डिजिटल सुरक्षा दोनों को मजबूत बनाने का प्रयास किया जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, जागरूकता और सही कदम उठाने से बड़े हादसों और आर्थिक नुकसान से बचा जा सकता है।

















