धारूहेड़ा: औद्योगिक और तेज़ी से विकसित हो रहे इस कस्बे में बीते 67 दिनों यानी लगभग दो माह के भीतर 8 सुसाइड मामलों का सामने आना स्थानीय जनजीवन को हिला गया है। इनमें तीन मामले नाबालिग विद्यार्थियों के हैं, जिन्होंने कम उम्र में ही आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया। इन घटनाओं ने सिर्फ परिवारों को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को गहरे स्तर पर झकझोर दिया है। लोग यह सवाल लगातार उठा रहे हैं कि आखिर इतनी कम अवधि में इतने मामले कैसे सामने आ रहे हैं और इसके पीछे कौन-सी परिस्थितियाँ जिम्मेदार हैं।Rewari News
परिजनों का कहना है कि बच्चों और युवाओं पर पढ़ाई, करियर और आर्थिक दबाव तेजी से बढ़ रहा है, वहीं कस्बे का तेजी से बदलता वातावरण भी तनाव का कारण बनता जा रहा है। औद्योगिक क्षेत्र में काम करने वाले कई परिवार रोज़मर्रा की चुनौतियों से जूझ रहे हैं, जिनका असर बच्चों पर भी पड़ता है। ऐसे मामलों में मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है। कई मामलों में समय रहते बातचीत और मार्गदर्शन मिलने पर स्थिति बदली जा सकती थी।

Suiciede Case 1: सेक्टर-6 स्थित मकान नंबर 1141 में रहने वाले 35 वर्षीय युवक ने 26 सितंबर को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान अनिल कुमार पुत्र बालाराम निवासी चितलपुरी कॉलोनी, जिला जींद के रूप में हुई है। वह पिछले कुछ समय से धारूहेड़ा में किराए पर रह रहा था।
Suiciede Case 2: दिल्ली जयपुर हाईवे पर 09 अक्टूबर को मालपुरा के पास एक युवती ने बिजली के खंबों के बीच लगे लोहे के एंगल से चुन्नी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ही पहचान यूपी के कन्नोज जिले के गांव नंगला वक्शा की रहने वाली दिव्या 19 के रूप में हुई है। वह अपने परिवार के साथ वर्तमान में मालपुरा में रह रही थी।
Suiciede Case 3: सेक्टर चार में 20 अक्टूबर को करीब 14 साल के नाबालिग छात्र ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल रेवाड़ी भिजवा दिया है। परिवार के सदस्यों ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था।
Suiciede Case 4: थाना धारूहेड़ा के पीछे सैयद कॉलोनी में 23 नवंबर को ट्रांसपोर्टर धर्मपाल ने अपने कार्यालय में फंख के हुक से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान महेंद्रगढ़ के गांव भालखी के रहने वाले धर्मपाल 58 के रूप में हुई है। ट्रांसपोटर की जेब से एक पर्ची मिली है जिसमे कई करीब ढाई करोड लेन बाकी बताया गया है।
Suiciede Case 5: यहां के सेक्टर 6 में 25 नवंबर को बिहार के मोतिहारी जिले के गांव बेलवा रागनियां के रहने वाले अखिलेश की नाबालिक बेटी रिंकू 14 ने 25 नवंबर को फंखे से लटक आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने बताया कि परिजनों का कहना है कि वह मानसिक रूप से परेशान थी ।
Suiciede Case 6 : सेक्टर-6 क्षेत्र में 26 नवंबर को सब्जी रेहड़ी लगाने वाले निलेश झा की 17 वर्षीय बेटी शबनम उर्फ प्रिया ने अपने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। दोपहर के समय घर पहुंची मां ने उसे फंदे से लटका हुआ पाया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। परिवार मूलरूप से बिहार के कटरा मुजफ्फनगर का रहने वाला है और पिछले कई सालों से धारूहेड़ा में रह रहा है।
Suiciede Case 7 दिल्ली जयपुर हाईवे पर साहबी बैराज में डूंगरवास के रहने हसंराज का शव मिला था। उसकी बाइक, पर्स व मोबाइल बाइक पर रखा हुआ था इतना ही नही जूते भी वहीं निकाले हुए है। संदिग्ध मौत को लेकर गांव में सनसनी फैल गई थी।
Suiciede Case 8: बास रोड पर संतोष कालोनी मे गोकलगढ के रहने वाले करीब 19 साल के भूनेश ने 3 दिसंबर को अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी। परिजनों का कहना है वह मानसिक रूप से परेशान था। उसका दिल्ली व जयुपर से इलाज चल रहा था। बुधवार को उसकी माता बाजार आई तो उसे यह कदम उठा लिया।
औद्योगिक कस्बे में दो माह के दौरान 8 मौत होना बुहत ही गंभीर है। ऐसे हादसो से परिवार ही नही समाज को बडा झटका लगता है। परिजनों को बच्चों को लेकर तनाव करने के लिए उसके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बीतना चाहिए ताकि बच्चे मन की बता पिता से शेयर कर सके।
कश्मीर सिंह, थाना प्रभारी धारूहेड़ा
















