धारूहेडा: सुनील चौहान। मंगलवार को धारूहेडावासियों की ओर से अलवर बाईपास जाम लगाने को बाद बुधवार को धारूहेडावासियों को काले व दूषित पानी से राहत मिली है। पानी को पूर्णतया रोका तो नहीं गया है, लेकिन बुधवार को केवल बारिश का पानी की नाले में आया, यानि काले व रसायन युक्त पानी से काफी राहत मिली। लेकिन पानी की निकासी नहीं होने के चलते सेक्टर वासियों के लिए जलभराव लोगों के लिए अभी भी मुसीबत बना हुआ है।
गौरतलब है लंबे समय से भिवाडी से रसायन युक्त एवं रसायन युक्त पानी छोडा जा रहा है। मंगलवार को बारिश के साथ आया काला पानी सेक्टर छह व चार में कई घरों में प्रवेश कर गया था। इसी लिए गुस्साए लोगों अलवर बाइपास पर जलभराव को लेकर जाम लगा दिया गया। करीब तीन घंटे बाद एसपी भिवाडी के आश्वासन के बाद जाम खोला गया था। हालांकि पानी बुधवार को लगातार आ रहा था, लेकिन इस बार बारिश का ही पानी आ रहा है। अब देखना यह है कि यह कब तक ऐसा ही रहेगा। बुधवार को हुई बारिश से बास रोड के साथ सेक्टरों की गलियों में पानी जमा रहा।
वर्षो पुरानी है दूषित पानी की समस्या: भिवाड़ी से आने वाले दूषित पानी की समस्या वर्षों पुरानी है। इस मुद्दे को लेकर कई बार जिला रेवाड़ी व अलवर के उपायुक्तों व अधिकारियों की बैठकें हो चुकी हैं। अलवर उपायुक्त द्वारा हर बार बैठक में समस्या के समाधान का आश्वासन दिया जाता है लेकिन कोई अमल नहीं हो रहा। धारूहेड़ा निवासी सुमित्रा मुकदम ने दूषित पानी की समस्या को लेकर राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में याचिका भी दायर की थी। एनजीटी ने मामले पर सुनवाई करते हुए अलवर प्रशासन को समस्या के समाधान करने तथा दूषित पानी के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने के आदेश दिए थे।
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