रेवाडी: सुनील चौहान। जिले में करीब दो महीने पहले एक स्कूल में नाबालिग छात्रा के साथ गैंगरेप की वारदात को लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने एक बार फिर मुख्य सचिव, DGP, DC और SP को लेटर जारी करते हुए पूरी रिपोर्ट मांगी है। दो बार पहले भी लेटर जारी करने पर आयोग के पास रिपोर्ट नहीं पहुंची थी। वहीं, SP का कहना है कि 20 जुलाई को ही रिपोर्ट भेज दी गई है।
क्या था मामला: 24 मई को रेवाड़ी के रामपुरा थाना क्षेत्र एक गांव में शादी समारोह था। वहां काफी बच्चे खेल रहे थे। इसी दौरान वहां एक बालिग व 6 नाबालिग बच्चे 10 साल की बच्ची को पास में ही स्थित सरकारी स्कूल में ले गए थे। कोरोना के चलते स्कूल बंद था, लेकिन बच्चे दीवार फांदकर अंदर दाखिल हुए। वहां ले जाकर आरोपियों ने बच्ची के साथ गलत हरकत की तथा उसकी वीडियो भी बना ली।
इसके बाद सभी आरोपी अपने घर चले गए थे। बच्ची ने भी अपने परिवार के लोगों को कुछ नहीं बताया। उधर, बनाई गई वीडियो को आरोपियों ने वायरल करना शुरू कर दिया था। वायरल हुई वीडियो बच्ची के पड़ोसी के मोबाइल फोन में भी पहुंची तो 9 जून को मामले का खुलासा हुआ। उसके बाद आनन-फानन में आई पुलिस ने मामले में पांच नाबालिग व एक बालिग आरोपी को फौरन ही गिरफ्तार कर लिया था।
एक अन्य आरोपी को बाद में गिरफ्तार किया गया था। इस पूरे घटनाक्रम पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने संज्ञान लेते हुए उच्च अधिकारियों से जवाब मांगा था, लेकिन आयोग तक अधिकारियों का जवाब नहीं पहुंचा। पहले 26 जून और फिर 12 जुलाई को जवाब मांगा गया। अब एक बार फिर 23 जुलाई को आयोग ने मुख्य सचिव, DGP, रेवाड़ी DC और SP से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई।
रेवाड़ी SP अभिषेक जोरवाल का कहना है कि इस मामले में हमने पहले ही DGP कार्यालय में रिपोर्ट भेज दी थी। अब फिर से 20 जुलाई को पूरे मामले की रिपोर्ट भेजी गई है। इस वारदात के सभी आरोपी गिरफ्तार हो चुके है, जबकि कोर्ट में चालान भी पेश हो चुका है। जिसका उल्लेख जवाब में भी भेज दिया गया है।