द्वारका एक्सप्रेसवे को सुरक्षित बनाने और सड़क पर घूम रहे आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार ने 50 करोड़ रुपये की व्यापक योजना को मंजूरी दे दी है। लगातार बढ़ रहे ट्रैफिक और आवारा पशुओं के कारण हो रहे हादसों को देखते हुए इस योजना को तुरंत प्रभाव से लागू किया जाएगा। बता दे कि एक्सप्रेसवे पर कई जगहों पर पशुओं के आने से वाहनों की रफ्तार बाधित होती है इतना ही नहीं दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
दोनो ओर होगी लगेगी रैलिंग’ बता दें सुरक्षा को लेकर एक्सप्रेसवे के दोनों ओर मजबूत बाड़बंदी की जाएगी, ताकि पशु सड़क पर न आ सकें। जहां जोखिम अधिक है, वहां आधुनिक सेंसर और सर्विलांस कैमरे लगाए जाएंगे, जिनसे विभाग को तुरंत अलर्ट मिल सकेगा। इसके अलावा पशुओं को पकड़ने और सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए विशेष टीमें भी बनाई जाएंगी। सड़क के किनारे बने सर्विस लेन और खाली क्षेत्रों की नियमित मॉनिटरिंग कर, पशुओं के प्रवेश मार्गों को स्थायी रूप से बंद करने का प्रावधान किया गया है।
50 करोड की योजना तेयार: एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार में चलने वाले वाहनों के लिए यह सुरक्षा व्यवस्था बेहद जरूरी है। नई प्रणाली लागू होने के बाद सड़क पर आने वाले खतरों को काफी हद तक कम किया जा सकेगा। योजना में रात के समय विशेष पेट्रोलिंग, बेहतर लाइटिंग और तकनीकी नियंत्रण उपाय भी शामिल हैं। विभाग का दावा है कि 50 करोड़ की इस परियोजना से न केवल दुर्घटनाओं में कमी आएगी, बल्कि यात्रियों को अधिक सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव मिलेगा।

















