Haryana Pollution: एनसीआर की तरह ही अब बहादुरगढ़ का हाल भी बहुत चिंताजनक हो गया है। यहां की हवा दिन-ब-दिन और जहरीली होती जा रही है। सोमवार सुबह बहादुरगढ़ का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 402 दर्ज किया गया, जबकि रविवार दोपहर 3 बजे यह खतरनाक 439 तक पहुंच गया था। इस जहरीली हवा ने लोगों का दम घोंट रखा है। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण लागू होने के बावजूद हालत सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। बहादुरगढ़ देश के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में से एक बनता जा रहा है।
घरों के अंदर भी सांस लेना हुआ मुश्किल
बहादुरगढ़ में पिछले दिनों AQI की स्थिति भी बहुत खराब रही है। वीरवार को 466, शुक्रवार को 388 और शनिवार को 300 दर्ज किया गया था, जिससे लोगों को उम्मीद थी कि कुछ राहत मिलेगी। लेकिन रविवार को हवा फिर से बेहद खराब हो गई और AQI 400 के ऊपर पहुंच गया। प्रदूषण की धुंध के कारण न केवल बाहर बल्कि घरों के अंदर भी सांस लेना मुश्किल हो गया है। दृश्यता कम हो गई है और आंखों में जलन जैसी समस्या हो रही है।
GRAP नियमों के बावजूद हालात खराब
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के तीसरे चरण के तहत हर तरह के निर्माण कार्यों और कूड़ा जलाने पर पूरी तरह रोक है। इसके बावजूद बहादुरगढ़ में कूड़ा जलाना और निर्माण कार्य जारी हैं। जिला प्रशासन ने पहली से पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई ऑनलाइन कर दी है ताकि बच्चों की सुरक्षा हो सके।
प्रशासन की कार्रवाई और चेतावनी
प्रदूषण नियंत्रण विभाग के रीजनल ऑफिसर शैलेंद्र अरोड़ा ने बताया कि अवैध फैक्ट्रियों को बंद करने का काम जारी है। टूटी सड़कों और कूड़ा न डालने के नियमों के उल्लंघन पर एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी और नगर परिषद को नोटिस भेजे जा चुके हैं। तापमान गिरने के साथ प्रदूषण और बढ़ने की संभावना है, जिससे लोगों को और ज्यादा परेशानी हो सकती है।
चिकित्सकों ने लोगों को सलाह दी है कि वे घर के अंदर रहें, मास्क पहनें और बाहर निकलने से बचें। सांस संबंधी बीमारियों वाले खास सावधानी बरतें क्योंकि यह प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। बहादुरगढ़ में प्रदूषण की इस गंभीर स्थिति से निजात पाने के लिए प्रशासन और जनता दोनों को मिलकर कदम उठाने होंगे।

















