Haryana News: गुरुग्राम के लोगों के लिए अब सफर और आसान होने जा रहा है। शहर के सबसे व्यस्त मार्गों में से एक सदर्न पेरिफेरल रोड (SPR) पर अब एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंजूरी दे दी है। यह सड़क गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड के गांव घाटा से शुरू होकर वाटिका चौक, दिल्ली-जयपुर हाईवे और द्वारका एक्सप्रेसवे होते हुए खेड़की दौला तक जाती है।
SPR गुरुग्राम का सबसे भीड़भाड़ वाला मार्ग है जहां हर दिन हजारों वाहन चलते हैं। खासकर पीक आवर के समय यहां ट्रैफिक जाम आम बात है। एलिवेटेड रोड बनने के बाद इस समस्या से काफी राहत मिलेगी। पहले सरकार ने केवल वाटिका चौक से खेड़की दौला तक लगभग 6 किलोमीटर लंबे हिस्से को एलिवेटेड बनाने की मंजूरी दी थी। अब मुख्यमंत्री ने घाटा गांव से वाटिका चौक तक के हिस्से को भी इसमें शामिल करने की स्वीकृति दे दी है।
तीन महीने में तैयार होगी नई डीपीआर
इस प्रोजेक्ट के लिए पहले से तैयार की गई डीपीआर में वाटिका चौक से द्वारका एक्सप्रेसवे तक एलिवेटेड रोड की लागत लगभग ₹750 करोड़ आंकी गई थी। वहीं अगर इस रूट पर अंडरपास बनाए जाते तो लागत करीब ₹658 करोड़ और फ्लाईओवर की स्थिति में ₹578 करोड़ आती। लेकिन अब सरकार ने पूरे प्रोजेक्ट को एलिवेटेड बनाने का फैसला लिया है, इसलिए नई डीपीआर तैयार की जाएगी। अधिकारियों के अनुसार यह डीपीआर अगले तीन महीनों में पूरी कर ली जाएगी।
विकास की रफ्तार को मिलेगी नई उड़ान
एलिवेटेड रोड बनने से न सिर्फ ट्रैफिक कम होगा बल्कि गुरुग्राम और फरीदाबाद के बीच यात्रा का समय भी घटेगा। इससे आस-पास के इलाकों में रियल एस्टेट और व्यापारिक गतिविधियों को भी बड़ा बढ़ावा मिलेगा। इस परियोजना से गुरुग्राम का इन्फ्रास्ट्रक्चर दिल्ली-एनसीआर के अन्य हिस्सों के समान स्तर पर पहुंचेगा।
मुख्यमंत्री ने दी तेजी से काम पूरा करने की हिदायत
मुख्यमंत्री सैनी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यह परियोजना समय पर पूरी हो और निर्माण के दौरान ट्रैफिक पर न्यूनतम प्रभाव पड़े। उम्मीद है कि काम शुरू होने के बाद अगले दो साल में एलिवेटेड रोड जनता के लिए खोल दी जाएगी जिससे गुरुग्राम के लोगों को जाम से स्थायी राहत मिल सकेगी।

















