Haryana देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ग्लोबल इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला को हरियाणा में अपनी उत्पादन फैक्ट्री स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया है। प्रारंभिक चर्चा के अनुसार, अगर सब कुछ योजना अनुसार हुआ, तो टेस्ला की फैक्ट्री खारखोदा IMT में स्थापित हो सकती है, वही औद्योगिक क्षेत्र जहाँ पहले से ही मारुति सुजुकी का विशाल निर्माण संयंत्र बनाया जा रहा है। इस क्षेत्र में दो बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों की उपस्थिति अर्थव्यवस्था और औद्योगिक विकास के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है।
मारुति प्लांट की स्थापना से खारखोदा और आसपास के क्षेत्रों में पहले ही रियल एस्टेट की कीमतों में तेजी, वाणिज्यिक गतिविधियों में वृद्धि, परिवहन सेवाओं, हॉस्टल, PG और रेंटल डिमांड में बढ़ोतरी देखी गई है। यदि टेस्ला भी यहां फैक्ट्री स्थापित करता है, तो खारखोदा IMT उत्तर भारत का एक प्रमुख वाहन निर्माण हब बन जाएगा। स्थानीय युवाओं के लिए तकनीकी प्रशिक्षण संस्थानों, आईटीआई, पॉलिटेक्निक और कौशल केंद्रों की मांग में वृद्धि होगी। साथ ही, सप्लाई चेन, पार्ट्स निर्माण, रखरखाव और लॉजिस्टिक सेवाओं में छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए नए अवसर पैदा होंगे। स्थानीय व्यापारी, ठेकेदार, परिवहनकर्ता और सेवा क्षेत्र भी इससे विशेष रूप से लाभान्वित होंगे।
शहर का स्वरूप और जीवनशैली में आएगा बदलाव
विशेषज्ञों का मानना है कि खारखोदा में औद्योगिक और तकनीकी निवेश के साथ-साथ शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं, सड़क नेटवर्क और सार्वजनिक परिवहन में भी तेजी आएगी। इस क्षेत्र का शहरीकरण और आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी, जिससे खारखोदा सिर्फ सोनीपत ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए एक प्रमुख औद्योगिक-तकनीकी केंद्र बन जाएगा। स्थानीय लोगों ने उम्मीद जताई है कि सरकार और टेस्ला के बीच समझौता क्षेत्र के विकास को और तेज करेगा।
BJP सरकार की विकास योजना में खारखोदा की अहमियत
खारखोदा हरियाणा की भाजपा सरकार के विकास एजेंडे का केंद्र बिंदु है। मारुति प्लांट की स्थापना से सरकार ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया कि खारखोदा के लिए बड़ी योजनाएँ हैं। अगर टेस्ला मुख्यमंत्री के आमंत्रण को स्वीकार कर खारखोदा में फैक्ट्री स्थापित करता है, तो खारखोदा का विकास और तेज होगा और इसकी वैश्विक मान्यता भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री खुद IMT फेज-2 को खारखोदा लाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। इससे न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि खारखोदा का आर्थिक और तकनीकी स्वरूप भी पूरी तरह बदल जाएगा।

















