Good News: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर रोजाना लगने वाले लंबे जाम से जल्द ही लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।Good News
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के आवास पर 29 अक्टूबर को एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव, केंद्रीय योजना एवं सांख्यिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह और सड़क परिवहन सचिव वी. उमाशंकर शामिल हुए।Good News
बैठक में दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर यातायात जाम की समस्या को खत्म करने, दिल्ली-जयपुर हाईवे से जुड़ी बाधाओं को दूर करने और लंबित सड़क परियोजनाओं में तेजी लाने पर जोर दिया गया। बताया जा रहा है कि फिलहाल महिपालपुर से सिरहौल बॉर्डर के बीच का यह छोटा सा हिस्सा सबसे अधिक जामग्रस्त क्षेत्र बन चुका है, जहां रोजाना हजारों वाहन घंटों फंसे रहते हैं।Good News
गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने हाल ही में क्षेत्र के ट्रैफिक हालात का निरीक्षण किया था और महिपालपुर से सिरहौल बॉर्डर तक सड़क को एलिवेटेड बनाने की मांग रखी थी। उन्होंने गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी हाईवे के निर्माण कार्य की भी समीक्षा की, जहां यातायात बाधाओं के कारण देरी हो रही है। उम्मीद है कि एलिवेटेड कॉरिडोर के बनने से दिल्ली और गुरुग्राम के बीच यात्रा सुगम और तेज हो जाएगी, जिससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।
महिपालपुर स्थित शिवमूर्ति से लेकर सिरहौल बॉर्डर तक करीब 4 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण की योजना पर काम शुरू हो गया है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद वर्तमान में 30 मिनट लगने वाला सफर केवल 5 मिनट में तय किया जा सकेगा।

















