Haryana News: कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे पर इन दिनों सफर करना लोगों के लिए बेहद महंगा साबित हो रहा है। कारण है टोल सिस्टम की तकनीकी खराबी। एक्सप्रेसवे पर हर वाहन के लिए प्रति किलोमीटर के हिसाब से टोल वसूला जाता है, लेकिन अब एंट्री प्वाइंट पर लगे स्कैनर या रीडर सही से काम नहीं कर रहे। इसी वजह से छोटी दूरी तय करने वाले यात्रियों से भी पूरे रूट का टोल लिया जा रहा है।
40 किलोमीटर की दूरी पर 73 की जगह 280 रुपए
बहादुरगढ़ से कुंडली तक की दूरी करीब 40 किलोमीटर है, जिस पर सामान्यतः करीब 73 रुपए टोल बनता है। लेकिन स्कैनर खराब होने के कारण यात्रियों से 280 रुपए तक वसूले जा रहे हैं। यानी हर वाहन से औसतन 200 रुपए से अधिक की अतिरिक्त वसूली हो रही है। यात्रियों का कहना है कि टोल कटने का मैसेज भी देर से आता है, जिससे वे मौके पर शिकायत नहीं कर पाते। यह स्थिति केवल एक टोल पर नहीं बल्कि पूरे केएमपी रूट पर देखने को मिल रही है।
हर दिन लाखों का नुकसान
जानकारों के अनुसार, केएमपी पर रोजाना 40 से 60 हजार वाहन चलते हैं। अगर इनमें से सिर्फ 25 प्रतिशत वाहनों से भी गलत टोल वसूला जा रहा है तो हर दिन यात्रियों से लाखों रुपए अतिरिक्त वसूले जा रहे हैं। कई लोग शिकायत करने टोल प्लाजा पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें या तो वीआईपी लेन से फ्री पास करने की बात कही जाती है या ऑनलाइन शिकायत करने का सुझाव दे दिया जाता है।
सिस्टम सुधारने में सुस्ती
बहादुरगढ़ टोल मैनेजर बिजेंद्र जायसवाल ने बताया कि यह समस्या एक महीने से चल रही है और सुधार का काम जारी है। हालांकि, एचएसआईआईडीसी जो इस टोल का संचालन करती है, अब तक स्थिति को ठीक नहीं कर पाई है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर जांच हो तो करोड़ों रुपए की अनियमितता सामने आ सकती है। लोगों ने मांग की है कि इस मामले की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि जनता के साथ ऐसी लापरवाही दोबारा न हो।

















