Haryana Weather Update: हरियाणा में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। दो दिन पहले तक तेज़ हवाओं के चलते राज्य में AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) में सुधार देखने को मिला था, लेकिन कल शाम से हवाएं लगभग थम गईं, जिसके चलते प्रदूषण स्तर में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई। आज सुबह 6 बजे हरियाणा का औसत AQI 342 पहुंच गया, जबकि कल सुबह यही आंकड़ा 233 था। यानी हवा की गुणवत्ता में एक ही दिन में 100 से अधिक अंकों की गिरावट आई है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति सिवानी कस्बे में रही, जहां AQI 639 दर्ज किया गया — यह देश का सबसे प्रदूषित स्थान बन गया। वहीं नौल्था 631 के साथ दूसरे और बेगमपुर 515 के साथ सातवें स्थान पर रहा। हिसार 456 AQI के साथ देश के शीर्ष 10 प्रदूषित शहरों में दसवें स्थान पर दर्ज किया गया।
हरियाणा के अधिकांश शहरों में हवा की गुणवत्ता खतरनाक श्रेणी (Severe Category) में पहुंच चुकी है। जिन शहरों में हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित दर्ज की गई, उनमें सोनीपत 439, फरीदाबाद 395, पानीपत 390, रोहतक 382, हिसार 351, गुरुग्राम 342, बहादुरगढ़ 348, कैमला 354, करनाल 310, पलवल 304 और भिवानी 303 शामिल हैं। इन सभी इलाकों में लोगों को आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में दिक्कत की शिकायतें बढ़ने लगी हैं। वहीं, हरियाणा के केवल तीन शहरों — अंबाला (157), पंचकूला (154) और यमुनानगर (193) — में हवा की गुणवत्ता ‘संतोषजनक’ से ‘मध्यम’ श्रेणी में दर्ज की गई है। राज्य के अन्य हिस्सों में हालात अब भी गंभीर हैं।
हरियाणा के छोटे कस्बों में भी बिगड़ी हवा की हालत
बड़े शहरों के साथ-साथ हरियाणा के छोटे कस्बे और ग्रामीण इलाके भी प्रदूषण की चपेट में हैं। सिरसा (272), नारनौल (207), कुरुक्षेत्र (246), कैथल (232), जींद (299), फतेहाबाद (242), धारूहेड़ा (300) और चरखी दादरी (290) में भी AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण का स्तर बढ़ने की मुख्य वजह फसल अवशेष जलाना (पराली जलाना), वाहनों का धुआं और औद्योगिक उत्सर्जन है। हवाएं थमने से प्रदूषक तत्व वायुमंडल में फैल नहीं पा रहे हैं और यही कारण है कि हवा जहरीली हो गई है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने लोगों को सुबह की सैर और खुली जगहों में व्यायाम से बचने की सलाह दी है।
मौसम में बदलाव से मिलेगी थोड़ी राहत
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने से उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई है। इन इलाकों से चलने वाली ठंडी हवाएं अब हरियाणा और आसपास के मैदानी इलाकों तक पहुंच रही हैं। इससे तापमान में गिरावट आनी शुरू हो गई है। 31 अक्टूबर को मौसम में बदलाव के संकेत हैं — इस दिन हल्की बारिश होने की संभावना है, जिससे तापमान घटकर 22 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। 1 नवंबर को सुबह का तापमान 14 डिग्री और दिन का तापमान 24 डिग्री रहेगा। 2 नवंबर को बादल छाने की संभावना है और 3 नवंबर को हल्की वर्षा के आसार हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह बारिश प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद कर सकती है, हालांकि राहत अस्थायी ही होगी। अभी के लिए हरियाणा की हवा स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक बनी हुई है।

















