Haryana: हरियाणा के बहादुरगढ़ में बढ़ते एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) का मुख्य कारण अब सड़क की धूल को माना जा रहा है। शहर के मिनी सचिवालय में स्थापित वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली से करीब 150 मीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग की सर्विस लेन से उठने वाली धूल ने वायु प्रदूषण की स्थिति को और खराब कर दिया है। इस पर हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (HSPCB) ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को नोटिस जारी किया है। सर्विस लेन से पूरे दिन उड़ने वाली धूल हवा में मिलकर AQI स्तर को बढ़ा रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। पिछले कई दिनों से बहादुरगढ़ का वायु गुणवत्ता स्तर लगातार खराब श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा मंगलवार शाम जारी आंकड़ों के अनुसार, बहादुरगढ़ का AQI (PM 2.5) 347 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया, जो अत्यधिक प्रदूषित श्रेणी में आता है। हालांकि, यह स्तर पिछले 24 घंटों की तुलना में थोड़ा कम है, फिर भी यह हवा में खतरनाक प्रदूषण को दर्शाता है। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को पूरे दिन आसमान पर बादल छाए रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई। हवा की गति बेहद धीमी रहने के कारण प्रदूषण में कोई विशेष कमी नहीं आई। इस बीच, दिल्ली में कृत्रिम वर्षा (Artificial Rain) का तीसरा ट्रायल किया गया, जबकि बहादुरगढ़ में अभी केवल एक एंटी-स्मॉग गन ही काम कर रही है, जो दिल्ली-रोहतक रोड पर लगाई गई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि शहर की सभी मुख्य सड़कों पर नियमित पानी का छिड़काव किया जाना चाहिए ताकि उड़ती धूल को रोका जा सके।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई भी तेज की गई है। एक आरटीआई (RTI) के तहत मिली जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में 80 फैक्ट्रियों को सील किया गया है, जो पर्यावरण मानकों का पालन नहीं कर रही थीं। यह जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता सतपाल हाड़ा द्वारा मांगी गई थी। इसके बावजूद, औद्योगिक धूल और निर्माण स्थलों से उड़ने वाले कण वायु में मिलकर बहादुरगढ़ की हवा को लगातार खराब कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि केवल फैक्ट्रियों पर कार्रवाई से समस्या हल नहीं होगी, जब तक सड़क धूल को नियंत्रित करने के लिए नियमित सफाई, छिड़काव और ग्रीन बेल्ट विकसित नहीं की जाती।
पिछले सप्ताह के आंकड़े बताते हैं कि बहादुरगढ़ में AQI लगातार 300 से ऊपर रहा — 21 अक्टूबर: 368 (PM 2.5), 22 अक्टूबर: 269 (PM 2.5), 23 अक्टूबर: 325 (PM 2.5), 24 अक्टूबर: 318 (PM 2.5), 25 अक्टूबर: 324 (PM 10), 26 अक्टूबर: 363 (PM 10), 27 अक्टूबर: 387 (PM 10), 28 अक्टूबर: 347 (PM 2.5)।
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि सड़क की धूल और धीमी हवाएं प्रदूषण के प्रमुख कारण बने हुए हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी शैलेंद्र अरोड़ा ने बताया कि “राष्ट्रीय राजमार्ग से उड़ने वाली धूल के कारण बहादुरगढ़ में AQI लगातार उच्च स्तर पर बना हुआ है। इस संबंध में NHAI को नोटिस जारी किया गया है और उन्हें तत्काल धूल नियंत्रण उपाय अपनाने के निर्देश दिए गए हैं। निरीक्षण के दौरान हाईवे पर भारी मात्रा में धूल और प्रदूषण पाया गया।”

















