Haryana News: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने शनिवार को अनुसूचित जाति (SC) और पिछड़ा वर्ग (BC) विद्यार्थियों के लिए चल रही छात्रवृत्ति योजनाओं की समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पात्र विद्यार्थियों के बैंक खातों को आधार से अनिवार्य रूप से जोड़ा जाए ताकि स्कॉलरशिप राशि समय पर उनके खातों में पहुंच सके। साथ ही सभी स्कूलों और कॉलेजों को इन योजनाओं की पूरी जानकारी विद्यार्थियों तक पहुंचाने के आदेश दिए गए।Haryana News
सीएम सैनी ने कहा कि कोई भी मेधावी या जरूरतमंद छात्र आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई बीच में न छोड़े। सरकार की यह जिम्मेदारी है कि योग्य विद्यार्थियों को समय पर वित्तीय सहायता मिले। उन्होंने ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को सरल और सुचारू बनाने के निर्देश दिए ताकि कोई भी छात्र-छात्रा इसका लाभ लेने से वंचित न रहे।
राज्य सरकार की छात्रवृत्ति योजनाओं के तहत विद्यार्थियों को 8 हजार से 12 हजार रुपये तक की राशि दी जाती है, जो उनकी श्रेणी, कक्षा और प्राप्तांकों के आधार पर निर्धारित होती है। अनुसूचित जाति वर्ग के छात्रों को 10वीं में शहरी 70% और ग्रामीण 60% अंक पर 8 हजार रुपये, 12वीं में शहरी 75% और ग्रामीण 70% अंक पर 8 से 10 हजार रुपये तथा स्नातक स्तर पर शहरी 65% और ग्रामीण 60% अंक पर 9 से 12 हजार रुपये तक की छात्रवृत्ति मिलेगी।Haryana News
वहीं, पिछड़ा वर्ग (ए) को 10वीं में शहरी 70% और ग्रामीण 60% अंक पर 8 हजार रुपये और पिछड़ा वर्ग (बी) व सामान्य वर्ग के छात्रों को शहरी 80% एवं ग्रामीण 75% अंक पर 8 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे।Haryana News
सीएम ने बताया कि इच्छुक छात्र 31 जनवरी 2026 तक https://saralharyana.gov.in/ पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों के विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में समान अवसर देना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।

















