Haryana News: दिवाली से पहले ही हरियाणा में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है। देश के 18 सबसे प्रदूषित शहरों में हरियाणा के चार शहर शामिल हैं। गुरुग्राम सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 258 दर्ज किया गया। इसके अलावा बहादुरगढ़ का AQI 224, नारनौल का 218 और फतेहाबाद का 216 रिकॉर्ड किया गया। इन सभी शहरों का AQI ‘खराब’ श्रेणी में आता है।
हरियाणा सरकार की सख्त गाइडलाइन
हरियाणा सरकार ने वायु प्रदूषण को रोकने के लिए गैर-एनसीआर जिलों में एक साल तक ग्रीन पटाखों को छोड़कर सभी तरह के पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। दिवाली और बप गुरुपर्व पर पटाखे केवल रात 8 बजे से 10 बजे तक जलाए जा सकते हैं। वहीं क्रिसमस और नववर्ष के अवसर पर पटाखे रात 11:55 बजे से 12:30 बजे तक ही फोड़ने की अनुमति होगी। इस तरह सरकार ने लोगों की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण दोनों का ध्यान रखा है।
देश में प्रदूषण की स्थिति
देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद है। यहां का AQI 324 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। इसी श्रेणी में मुंबई के बेलापुरा का AQI 300 रहा। 13 अक्टूबर को फतेहाबाद 226 AQI के साथ देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर था।
अन्य शहरों की रिपोर्ट
बल्लभगढ़, चरखौदादरी, हिसार, कैबल, रोहतक, पानीपत और सोनीपत के AQI स्तर की रिपोर्ट फिलहाल उपलब्ध नहीं है। इस वजह से हरियाणा के प्रदूषित शहरों की सूची में अभी कुछ शहर शामिल नहीं हैं।
सावधानी और जागरूकता
प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए लोगों को मास्क पहनने और प्रदूषण से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी जा रही है। हरियाणा में सरकार की गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है ताकि दिवाली और अन्य त्योहार सुरक्षित और प्रदूषण रहित तरीके से मनाए जा सकें।

















