Delhi Alwar Namo Bharat: दिल्ली से अलवर के बीच दौड़ने वाली नमो भारत ट्रेन परियोजना में बड़ा बदलाव हुआ है। हालाकि इस ट्रेने का पहले चरण में धारूहेड़ा तक जाना था, जिसे आगे बढ़ाकर बावल तक पहुंचाने का फैसला हुआ है।
हरियाणा सरकार ने इस विस्तार को केंद्र सरकार की एजेंसी एनसीआरटीसी को औपचारिक सहमति पत्र भेज दिया है। अब प्रोजेक्ट की मंजूरी केंद्रीय कैबिनेट से दिलवाने के प्रयास चल रहे हैं। Delhi Alwar Namo Bharat
हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन लिमिटेड (HMRTC) ने एनसीआरटीसी के एमडी को पत्र भेजकर विस्तार की जानकारी दी है। इसमें कहा गया कि राज्य सरकार बावल तक ट्रेन विस्तार के खर्च को वहन करेगी, लेकिन बावल से आगे किसी भी वृद्धि का खर्च संबंधित राज्य को देखना होगा।Delhi Alwar Namo Bharat
बावल, हरियाणा के बड़े औद्योगिक क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। यहां मल्टिलॉजिस्टिक हब का तेजी से विस्तार हो रहा है, जिसके चलते रोजगार, लॉजिस्टिक और रियल एस्टेट के बड़े नए अवसर खुल जाएंगे।Delhi Alwar Namo Bharat
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने परियोजना के पहले चरण को सिर्फ धारूहेड़ा तक सीमित करने पर सवाल उठाए थे। उन्होंने पिछले महीने मंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि इस ट्रैक का विस्तार बावल तक जरूरी है, ताकि औद्योगिक विकास और लॉजिस्टिक हब को पूरा फायदा मिल सके।
जानिए कहां कहां बनेंगे स्टेशन: कई भूमिगत स्टेशन बनेंगे जिससे कनेक्टिविटी और ट्रैफिक भी बेहतर होगा।दिल्ली से बावल जाने वाली नमो भारत का एनसीआर के सराय काले खां, आईएनए, मुनिरका, एरो सिटी, गुरुग्राम के साइबर सिटी, इफ्को चौक, राजीव चौक, हीरो होंडा चौक, खेड़की दौला, मानेसर, पचगांव, बिलासपुर चौक, धारूहेड़ा, रेवाड़ी और बावल में स्टेशन का प्रस्ताव है।Delhi Alwar Namo Bharat
यह विस्तार औद्योगिक क्षेत्र के हज़ारों कर्मचारियों, वनस्पति-जगहों और यात्री ट्रैफिक के लिहाज से परिवहन में क्रांति लाएगा। बावल से जुड़े राजस्थान के शाहंजापुर, नीमराणा और बहरोड़ जैसे क्षेत्र भी आने वाले वक्त में इससे लाभान्वित होंगे। Delhi Alwar Namo Bharat
लंबे समय तक परियोजना की आर्थिक मजबूती सुनिश्चित करने के लिए ट्रेन कॉरिडोर के दोनों तरफ के TOD (ट्रांजिट ओरिएंटेड डिवेलपमेंट) जोनों में निर्माण से होने वाली आय का आधा हिस्सा एनसीआरटीसी को मिलेगा। इससे प्रोजेक्ट के लिए वित्तीय स्रोत और भविष्य संबंधी स्थिरता बन सकेगी।
















