Malaria in Rewari: समय पर फॉगिंग नहीं होने से डेंगू ही नहीं, बल्कि पीवी मलेरिया (प्लास्मोडियम परजीवी) के संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ रहे है। पिछले आठ सालों के मुकाबले इस बार सबसे ज्यादा पीवी मलेरिया के 14 संक्रमित मिल चुके हैं। तेजी से बढ रहे केसों के चलते स्वास्थ्य विभाग की नींद उड गई है। Malaria in Rewari
बता दे कि स्वास्थ्य विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद मलेरिया पर अंकुश नही लग पा रहा । हरियाणा के रेवाड़ी में पिछले आठ सालों में 68 मलेरिया के केस मिले हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि अभी तक किसी मरीज की मौत नहीं हुई।
इससे पहले 2018 में 13 लोग संक्रमित हुए थे। स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ते मामलों को लेकर पंचायती राज विभाग को पत्र भेजकर समय पर फागिंग न होने की जानकारी दी है। विभाग ने कहा कि मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए समय पर फागिंग न होने के कारण संक्रमण फैल रहा है। Malaria in Rewari
मलेरिया से बचाव के उपाय
मलेरिया के मच्छर अधिकत्तर शाम या रात को काटते हैं। इसलिए इस समय संभव हो ती घर में ही रहें। मलेरिया से बचने के लिए उन कपड़ों का उपयोग करें जो शरीर के अधिकांश हिस्से को ढक सके। घर के आसपास पानी या गंदे पानी को जमा ना होने दें। Malaria in Rewari
मलेरिया के ये होते हैं लक्षण
बुखार आना, सिर दर्द होना, उल्टी होना, मन का मचलना, ठंड लगना, चक्कर आना, थकान होना, पेट दर्द, तेजी से सांस लेना।

आठ सालों में मिले पीवी मलेरिया के केस का आंकड़ा
वर्ष केस
2017 8
2018 13
2019 9
2020 2
2021 1
2022 5
2023 9
2024 8
2025-सितंबर 14
बीमारी से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक करते रहे हैं। इस बार पीवी मलेरिया के 14 संक्रमित मिल चुके हैं। यह पिछले आठ सालों में सबसे ज्यादा है। Malaria in Rewari
-डॉ. विरेंद्र यादव, इस्पेक्टर, डेंगू एवं मलेरिया

















