रेवाड़ी: जिले के राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर ओवरलोड वाहनों की तेज़ रफ्तार से आवाजाही लगातार बढ़ती जा रही है। भारी भरकम ट्रक और डंपर क्षमता से कहीं अधिक माल लादकर न केवल यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, बल्कि सड़क सुरक्षा पर भी गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं।Rewari News
स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे पर ओवरलोड गाड़ियों के कारण हादसों की आशंका कई गुना बढ़ जाती है। क्षमता से अधिक वजन होने के कारण इन वाहनों का संतुलन बिगड़ जाता है और ब्रेक लगने में समय लगता है। कई बार तो सड़कें भी टूट-फूट जाती हैं और जाम की स्थिति बन जाती है।Rewari News

यातायात विशेषज्ञों का मानना है कि ओवरलोडिंग से जहां सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं, वहीं राजमार्गों की उम्र भी कम हो रही है। प्रशासन द्वारा समय-समय पर चेकिंग अभियान चलाने के दावे किए जाते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका खास असर दिखाई नहीं देता।
लोग मांग कर रहे हैं कि संबंधित विभाग ओवरलोडिंग पर सख्ती बरते और हाईवे पर विशेष नाके लगाकर ऐसे वाहनों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। पुलिस ने ओर से कही भी नाकें नहीं है। बीच में भी कबार अभियान चलाकर चालान करके खाना पूर्ति कर देते है।
















