Haryana: राजस्थान की सीमा के साथ लगते मूसनोता व गोलवा की पहाड़ियों के बीच 5 करोड की लागत से बनेगा पक्का बांध

 

हाईलाईट:
अगस्त सितंबर में काम होने की उम्मीद
पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना
बीस से अधिक गांवो होंगे होंगे लाभांवित:

नारनौल: सुनील चौहान। राजस्थान की सीमा के साथ लगते मूसनोता व गोलवा की पहाड़ियों के बीच पक्का बांध बनाया जाएगा। सरकार ने इसके लिए प्रशासनिक स्वीकृति जारी कर दी है। साथ ही इसके लिए 5 करोड़ 18 लाख रुपए की बजट राशि को भी मंजूरी दे दी है।
यह परियोजना नांगल चौधरी विधानसभा के पहाड़ी क्षेत्र के लिए बड़ा उपहार साबित होगी। यह पक्का बांध बारह के धाम के पास मूसनोता व गोलवा के पहाड़ों की बीच बनाया जाएगा। इससे न केवल आसपास के गांवों का जलस्तर रिचार्ज करने में मदद मिलेगी, अपितु इस पहाड़ी क्षेत्र में हरियाली का नया अध्याय जुड़ेगा।

वन्य जीवन विकसित होगा:

क्षेत्र में जल भंडारण का यह प्रथम प्रयास है और इसके सफलतापूर्वक पूरा होने के उपरांत पहाड़ी क्षेत्र में अन्य संभावनाओं का भी मार्ग प्रशस्त होगा। इस क्षेत्र में अनेक प्रकार का वन्य जीवन विकसित होगा तथा इसको एक रमणीक स्थान के रूप में भी विकसित किया जाएगा।
नांगल चौधरी के विधायक डॉ. अभयसिंह यादव ने बताया कि बारह के धाम तक पक्की सड़क की सुविधा भाजपा सरकार के पिछले कार्यकाल में ही उपलब्ध करवा दी गई थी, जो इस बांध तक पहुंचने के लिए सुगम मार्ग प्रदान करेगा।

इसके साथ ही क्षेत्र में पहले ही उपलब्ध कच्चे बांधों के सुदृढ़ीकरण करने का काम भी 11 बांधों पर प्रारंभ हो चुका है। सरकार द्वारा चलाई जा रही जल संचय की विशेष योजना के तहत इस क्षेत्र में अन्य कई परियोजनाएं विचाराधीन हैं, जो आगे चलकर इसकी जल व्यवस्था में सुधार के लिए कारगर साबित होंगी।

ये गांव होंगे लाभांवित:

बांध में पानी एकत्रित होने से भूमिगत जल स्तर में सुधार होगा। इससे मूसनौता, गोलवा, मीना का नांगल, नांगल दुर्गु, रावता की ढाणी, दोस्तपुर, भेडंटी आदि गांवों को लाभ होगा। इसके साथ फालतू पानी को आस पास के इन गांवों में सिंचाई के लिए प्रयोग किया जाएगा।

पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का भी प्लान:
बांध तली में 80 मीटर लंबा, 13.75 मीटर ऊंचा और 11 मीटर चौड़ा होगा। जिसकी 1.3 किलोमीटर लंबाई में 5 लाख क्यूसिक मीटर बरसाती पानी एकत्रित होगा। बांध के पानी से सिंचाई तथा इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का भी प्लान है। इसके लिए यहां पर देखभाल के लिए रेगुलेशन हट, कैंटीन, ओपन जिम, पार्क बनाया जाएगा। साथ ही बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराने की योजना है।

अगस्त सितंबर में होगा काम शुरू:
सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता एसके यादव का कहना है कि प्रोजेक्ट को प्रशासनिक अनुमति व बजट मंजूर हो गया है। अब इसके वर्क एस्टीमेट तैयार कर टेंडर कॉल कर वर्क अलॉट किया जाएगा। अगस्त-सितंबर माह में काम शुरू हो जाएगा तथा अगली बारिश से पहले काम पूरा करने का लक्ष्य है, ताकि अगली बरसात का पानी इसमें एकत्रित हो सके।