Haryana News: धारूहेड़ा स्थित यूनाइटेड बेब्रिज बियर कंपनी में सोमवार रात करंट लगने से एक कर्मचारी की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद मंगलवार सुबह गुस्साए श्रमिकों और मृतक के परिजनों ने कंपनी गेट पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
उन्होंने मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा और बेटे को स्थाई नौकरी देने की मांग को लेकर धरना शुरू कर दिया। श्रमिकों की चेतावनी थी कि जब तक मांगे नहीं मानी जाएंगी, शव कंपनी गेट से नहीं हटाया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, मृतक भुवन (उम्र 49 वर्ष) उत्तराखंड के नैनीताल का निवासी था और धारूहेड़ा में बास रोड पर अपने परिवार के साथ किराये के मकान में रह रहा था। वह यूनाइटेड बेब्रिज कंपनी में ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था।
रात ड्यूटी के दौरान वह वाटर कूलर से पानी पीने गया था, जहां करंट लगने से उसकी हालत बिगड़ गई। कंपनी प्रबंधन ने उसे आनन-फानन में भिवाड़ी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उसकी मौत हो गई।
मंगलवार सुबह कर्मचारी एकत्र होकर कंपनी गेट पर धरने पर बैठ गए। मौके पर यूनियन प्रधान देव सिंह के नेतृत्व में श्रमिकों ने स्पष्ट मांग रखी कि मृतक के बेटे को पक्की नौकरी दी जाए और परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाए।
स्थिति को गंभीर होता देख ड्यूटी मजिस्ट्रेट कोसली के एसडीएम विजय यादव, थाना सेक्टर 6 के प्रभारी संजय, यूनियन नेता और कंपनी के एचआर अधिकारियों की मौजूदगी में लगभग छह घंटे लंबी बैठक चली। अंततः बातचीत के बाद समझौता हुआ कि मृतक के बेटे को कंपनी में स्थायी नौकरी दी जाएगी और परिवार को 50 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
समझौता होने के बाद श्रमिकों ने धरना समाप्त किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए रेवाड़ी भेजा गया, जहां से उसे अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया। इस घटना के बाद कंपनी में काम करने वाले अन्य कर्मचारियों में भी रोष व्याप्त है और वे सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर चिंतित नजर आए।
















