Education News: स्कूलों की तर्ज पर अब महाविद्यालयों में भी अभिभावक-शिक्षक बैठक (पीटीएम) होगी। इसी को लेकर उच्चतर शिक्षा विभाग ने अब जिले के महाविद्यालयों में भी अभिभावक-शिक्षक बैठक (पीटीएम) करने का आदेश जारी कर दिया है। आगे होने वाली कॉलेजों में प्रोफेसर अभिभावकों से विद्यार्थियों की प्रगति पर चर्चा करेंगे। Education News
जानिए क्यों पडी जरूरत: बता दे कि स्कूलों से कॉलेज कई मामलों में भिन्न हैं। कॉलेज में आने के बाद विद्यार्थी के विचार परिपक्व हो जाते हैं और मानसिक, शारीरिक, बौद्धिक और संवेगात्मक विकास भी कुछ हद तक हो जाता है। साथ ही तर्क एवं चिंतन शक्ति भी बढ़ जाती है।
बता दे हर माह महाविद्यालय में अभिभावकों और विद्यार्थियों की सेमिनार के साथ विद्यार्थियों से जुड़ी विभिन्न शैक्षिक पहलुओं पर मंथन किया जाएगा। अभी तक केवल स्कूलों में अभिभावकों व शिक्षकों की बैठक होती थी, लेकिन अब कॉलेजों में भी यह व्यवस्था लागू की जाएगी। Education News
ऐसे में विद्यार्थी को औपचारिक एवं अनौपचारिक दोनों ही प्रकार की शिक्षा जरूरी होती है। इसलिए उनके बीच समय-समय पर समस्याओं पर विचार विमर्श होना जरूरी होता है। Education News
अभिभावकों को यह लगता है कि बच्चे का दाखिले लेने के बाद उसे कॉलेज न भेज कर किसी कोचिंग संस्थान भेजें, ताकि बच्चा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सके। इन सभी बिंदुओं को देखते हुए उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने सभी कॉलेजों को निर्देश जारी किए हैं कि वे कॉलेजों में विद्यार्थियों की समस्याओं पर चिंतन करें। Education News
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डॉ. विवेक कुमार, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय कोसली ने बताया कि कॉलेज में सेमिनार से विद्यार्थियों की समस्याओं पर चिंतन किया जाएगा। इसमें अभिभावकों की भी उपस्थिति अनिवार्य होगी। इससे काफी फायदा होगा।

















