Rewari: 26 मई को देश भर में मनाया जाएगा काला दिवस, किसान 2024 तक आंदोलन के लिए तैयार: टिकैत

रेवाड़ी : सुनील चौहान। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि बिलों के विरोध में चलाए जा रहे किसान आंदोलन से पीछे हटने वाले नहीं हैं। अगर सरकार ने मांगें नही मानी तो किसान तो 2024 तक आंदोलन के लिए तैयार हैं। जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होंगे, तब तक वह पीछे नहीं हटेंगे। टिकैत बृहस्पतिवार को दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित शाहजहांपुर-जयसिंहपुर खेड़ा बार्डर स्थित कृषि कानून विरोधियों के धरना स्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने बुधवार को आई आंधी व बारिश से धरनास्थल पर हुए नुकसान का जायजा लिया।

 

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टिकैत ने कहा कि हिसार में सरकार व पुलिस द्वारा जो किया गया, वह ठीक नहीं था। पहले सरकार ने समझौता किया, अब एफआइआर दर्ज की जा रही है। जो किसान घायल हुए है क्या सरकार उनकी शिकायत पर भी पर्चा दर्ज करेगी। उन्होंने कहा कि आंदोलन ने उन्हें एकजुटता व मजबूती सिखाई है। कोरोना के बीच आंदोलन करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोरोना का रास्ता अस्पताल जाता है और किसान आंदोलन का रास्ता संसद जाता है। दोनों के रास्ते पूरी तरह से अलग हैं। उन्होंने कहा कि किसान वैक्सीन लगवाने को पूरी तरह से तैयार हैं। वैक्सीन सरकार के पास नहीं है और ठीकरा किसानों पर फोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि 26 मई को देश भर में काला दिवस मनाया जाएगा। पक्का निर्माण करने के दिए संकेत टिकैत ने शाहजहांपुर बार्डर पर भी पक्का निर्माण करने के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि धरना स्थल पर आंधी और बारिश से नुकसान हुआ है, लेकिन वह हटने वाले नहीं हैं। टीनशेड लगाए जाएंगे तथा जरूरत पड़ी तो पक्के निर्माण भी होंगे। इस अवसर पर युद्धवीर सिंह, अमराराम, राजाराम, रामकिशन महलावत व डा. संजय माधव मौजूद रहे।

Rakesh Tikait rewari

किसान आंदोलन को लेकर किसान नेता के तेवर तल्ख हो रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन से पीछे हटने वाले नहीं है। छह माह का आंदोलन ज्यादा नहीं है। किसान तो 2024 तक आंदोलन के लिए तैयार हैं। जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होंगे तब तक वह पीछे नहीं हटेंगे। राकेश टिकैत बृहस्पतिवार को दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित शाहजहांपुर-जयसिंहपुर खेड़ा बार्डर पर कृषि कानून विरोधियों के धरना स्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने बुधवार को आई आंधी व बारिश से धरना स्थल पर हुए नुकसान का जायजा लिया।

टिकैत ने कहा कि हिसार में सरकार व पुलिस द्वारा जो किया गया वह ठीक नहीं था। जो किसान घायल हुए है क्या सरकार उनकी शिकायत पर भी पर्चा दर्ज करेगी। उन्होंने कहा कि आंदोलन से बहुत सीखा है। आंदोलन ने उन्हें एकजुटता व मजबूती सिखाई है।