Haryana News: आखिर ऐसी क्या थी मजबूरी, अधूरी निमार्णाधीन जेल में रखे प्रदेश भर के 450 खूंखार कैदी

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Haryana News :  जिस कोविड जेल से अपराधी फरार हुए है वह अभी अधूरी है। ऐसे में अधूरी जेल मे पूरे प्रदेश के कोविड अपराधियों को रखना लापरवाही से कम नहीं हैं। हाल जेल में से 13 बंदियों के फरार होने के बाद जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। निर्माणाधीन जेल में ही प्रदेशभर से 450 के करीब गंभीर अपराधों में संलिप्त बंदियों को लाकर यहां पर रख दिया गया, जिसको लेकर अब सवाल खड़े हो रहे हैं।

आधी-अधूरी तैयारियों के साथ शुरू की गई कोविड स्पेशल जेल: जिला प्रशासन की ओर से आधी अधूरी तैयारियो के साथ जेल का शुरू कर दिशा गयां शनिवार की रात को 13 बंदियों के फरार होने की घटना ने जेल की सुरक्षा व्यवस्थाओं की भी पोल खोल कर रख दी। पुलिस की टीमें बंदियों की तलाश कर रही है, लेकिन अभी तक कोई कामयाबी नहीं मिल पाई है।Haryana News

फरार हुए सभी बंदी कोविड संक्रमित है, जो अन्य लोगों के लिए भी बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं। अधूरा है निर्माण कार्य गांव फिदेड़ी में कैदियों के लिए आधुनिक जेल का निर्माण किया जा रहा है। पिछले साल जेल का कार्य पूरा होना था, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण अभी तक सिर्फ 60 से 70 फीसद कार्य ही पूरा हो पाया है। जेल की बाहरी दीवार का कार्य तथा अंदर बनने वाली बैरक का कार्य भी अधूरा है।

यहां पर अभी तीन बड़ी पुरुष बैरक शुरू कर कोविड संक्रमित बंदियों को शिफ्ट किया गया था। बड़ी बैरक में ही छोटे-छोटे पार्ट बना कर बंदियों को रखा गया था। पिछले वर्ष लाकडाउन के दौरान भी कोविड संक्रमित कुछ बंदियों को यहां शिफ्ट करने का प्रयोग किया गया था। बैरक से बाहर निकलने के बाद चारों ओर से खुला एरिया होने के कारण शनिवार रात को 13 बंदी आसानी से फरार हो गए।

स्टाफ का नहीं लगी भनक फरार हुए 13 बंदियों को एक ही जगह पर रख कर कोविड संक्रमण का उपचार किया जा रहा था। बंदी बैरक नंबर तीन में गेट की कुंडी को काटकर बाहर निकले और बड़ी आसानी से रफूचक्कर हो गए। जेल के मुख्य द्वार पर गार्द की तैनाती की गई थी

, लेकिन बंदी मुख्य दरवाजे की तरफ जाने की बजाय चादर से रस्सी बना निर्माणाधीन दीवार फांद कर पीछे की तरफ से निकल गए। बैरक के अंदर कोविड संक्रमित बंदियों के होने के कारण जेल का स्टाफ भी दूरी बना कर रखता है। रविवार की सुबह बैरक में गिनती के दौरान 13 बंदियों के फरार होने का पता लगा।