हरियाणा में गुप्त रूप से लिंग जांच की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए अब राज्य के हर जिले में पुलिस सेल का गठन किया जाएगा। इस सेल का नेतृत्व डीएसपी स्तर के अधिकारी करेंगे। स्वास्थ्य विभाग जल्द ही हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर को पत्र लिखकर हर जिले में डीएसपी स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में पुलिस सेल के गठन की मांग करेगा।
इन विशेष इकाइयों को छापेमारी करने, एफआईआर दर्ज करने और अवैध लिंग जांच और कन्या भ्रूण हत्या नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए फर्जी ग्राहक भेजने का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल की अध्यक्षता में राज्य टास्क फोर्स की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया। बैठक में पुलिस विभाग के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अभियान के दौरान विशेष और निरंतर सहायता की आवश्यकता पर बल दिया। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने तर्क दिया कि एक टीम बनाई जानी चाहिए, जिसे छापेमारी करने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा सके।
फिलहाल, जब हम छापेमारी करने जाते हैं, तो सहायता के लिए हम जिला पुलिस पर निर्भर होते हैं। चूंकि टीमें बदलती रहती हैं, इसलिए यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो जाता है। किसी भी एमटीपी के लिए 12 सप्ताह का अल्ट्रासाउंड अनिवार्य कर दिया गया है। एमटीपी को सही ठहराने वाली रिपोर्ट को पहले जिला स्तर पर सत्यापित किया जाएगा। फिर मुख्यालय द्वारा रैंडम तरीके से इसकी दोबारा जांच की जाएगी।

















