Sohna Palwal highway पर अलवर बाइपास के निकट हो रहे जलभराव के स्थाई समाधान को लेकर राजस्थान सरकार ने कमर कस ली है। पिछले कई महीनों से अलवर बाइपास पर हो रहे जलभराव राहत मिली है, अब देखना यह है अलवर बाइपास पर आने वाले पानी से कब तक राहत मिलती है। हालाकि रैंप तोडने का मामला हाइकोर्ट पहुंच गया है। जिससे को लेकर 15 मई को फैसला होना है।
बता दे कि जलभराव को मुद्दे को लेकर पिछले साल दोनों राज्यों की पुलिस आपस में भिड़ चुकी है। ऐसे में अगर स्थाई समाधान होता है तो दोनों ही क्षेत्रों के लोगों को काफी लाभ होगा।
धारूहेड़ा में सुधरी हालत: फिलहाल नाला बदं होने व अलवर बाइपास पर अवरोधक से अभी धारूहेड़ा में हालात सामान्य हैं, लेकिन भिवाड़ी में स्थिति ठीक नहीं है। पैदल आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है। भिवाड़ी में जलभराव से धारूहेड़ा में भी व्यापार प्रभावित हुआ है। अब दो दिन से जलराव सूखने से वाहन चालको को राहत मिली है।
नवंबर 2023 में खोला गया था नाला: बता दे कि नवंबर के अंतिम सप्ताह में बाबा बालक नाथ रैंप तोड़ने के लिए बुलडोजर लेकर पहुंचे थे। रैंप तो नहीं तोड़ा गया, लेकिन नाला खोल दिया गया था। तभी से स्थिति खराब हो रही थी। अब नाला बंद है। ऐसे में अब फिर से धारूहेडा को राहत है।
जागा प्रशासन: आजकल जलभराव को लेकर भिवाडी प्रशासन की नींद टूट चुकी है। इसी के चलते भिवाड़ी ने पानी छोडने वाली कंपनियों पर शिकंजा कसते हुए जुर्माना लगाना शुरू कर दिया है। अब देखना यह है कंपनियों जुमाने के बाद कुछ सुधार करती है या नहीं।

















