Haryana News: हरियाणा में अंबाला से जालंधर तक तीसरी नई रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। इस परियोजना पर लगभग 3,200 करोड़ रुपये की लागत आएगी। रेलवे ने यह निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि इस मार्ग पर ट्रेनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। रेलवे ने इस परियोजना के लिए सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। रेलवे निर्माण विभाग ने भी प्रस्ताव तैयार कर रेलवे बोर्ड को भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार, इस नए मार्ग के लिए जालंधर से अंबाला तक पुरानी रेलवे लाइन के किनारे हरियाणा और पंजाब में 20-30 फीट जमीन का अधिग्रहण करना पड़ेगा। इस प्रस्ताव को आने वाले दिनों में मंजूरी दे दी जाएगी।
एक बार मुहर लग जाने के बाद, वित्तपोषण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और फिर हरियाणा और पंजाब सरकारों के सहयोग से इस योजना के तहत भूमि अधिग्रहण का कार्य किया जाएगा। भूमि अधिग्रहण के लिए रेलवे और सरकार द्वारा लोगों को पैसा भी वितरित किया जाएगा। इस संबंध में पूरी जानकारी भी सर्वेक्षण रिपोर्ट में उपलब्ध है।
अंबाला रेलवे डिवीजन के अंतर्गत नई रेल लाइन बिछाने का काम किया जाएगा। इस रेलवे लाइन की लंबाई लगभग 153 किलोमीटर होगी, जो अंबाला से जालंधर तक बिछाई जाएगी। रेलवे द्वारा यह कार्य दो चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में अंबाला से लुधियाना और दूसरे चरण में लुधियाना से जालंधर तक रेलवे लाइन बिछाने का काम किया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि पहले से चल रही ट्रेनों का परिचालन किसी भी तरह से बाधित न हो।
अधिकारी ने क्या कहा?
अंबाला डिवीजन के डीआरएम विनोद भाटिया ने बताया कि दिल्ली से अंबाला और अंबाला से जालंधर तक नई रेलवे लाइनों के लिए सर्वे कराया गया था।
संबंधित विभाग ने इसे रेलवे बोर्ड को भेज दिया है और आगे जो भी निर्देश मिलेंगे, उसके अनुसार काम किया जाएगा।
दिल्ली से अंबाला तक दो रेलवे लाइनें भी बिछाई जाएंगी।
खबरों की मानें तो दिल्ली से अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन तक दो नई रेल लाइनें बिछाई जाएंगी। यह कार्य दिल्ली डिवीजन के अंतर्गत किया जाएगा।
अनुमान है कि इस पर भी पांच से छह हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस नई रेलवे लाइन के लिए सर्वेक्षण पूरा हो चुका है और जल्द ही इसे रेलवे बोर्ड से मंजूरी मिल सकती है। यह पूरा काम ड्रोन का उपयोग करके किया गया है।
यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेगी।
खबरों की मानें तो अंबाला से जालंधर तक रेलवे लाइन बिछाने का काम आधुनिक मशीनों से किया जाएगा। यह नई रेल लाइन इस तरह बनाई जाएगी कि सभी ट्रेनें 130 से 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेंगी।

















