Edible Oil Price: हाल ही में अमेरिका द्वारा भारत पर जवाबी टैरिफ लगाने से वाणिज्यिक क्षेत्र में काफी हलचल मची है, जिसका सीधा असर तेल-तिलहन बाजार पड रहा है । बताया जा रहा है इस स्थिति का सबसे ज्यादा प्रभाव मलेशिया के पाम और पामोलीन के निर्यात पर पड़ने की आशंका है। अमेरिका के टैरिफ में बढ़ोतरी के बाद मलेशियाई बाजार में पेट्रोलियम और तिलहन के दामों में भारी गिरावट सामने आई है।
निर्यात गिरा: बता दे कि इस समय मलेशिया में पाम-पामोलीन उत्पादन बढ़ने का समय है, लेकिन उच्च दामों के कारण निर्यात पहले ही कम हो चुका था। अमेरिका में टैरिफ लागू होने से यह स्थिति और भी गंभीर होती जा रही है। मलेशिया एक्सचेंज ने बाजार में गिरावट तो आई है ही जबकि शिकागो एक्सचेंज में भी 5 फिसदी से ज्यादा गिरावट आई है। Edible Oil Price:
इतन ही नहीं इसी के चलते भारत में, सरसों, सोयाबीन और मूंगफली जैसे प्रमुख तिलहन फसलों के हाजिर दाम भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से काफी नीचे चले गए हैं। सोयाबीन का दाम लगभग 12% और मूंगफली का दाम 15-16% तक गिर गया है, जबकि सरसों का दाम भी 3-4% नीचे है।
क्योकि बुवाई के समय किसानों को इस तरह की समस्याओं का सामना करना होगा, तो वे अन्य फसलों की ओर रुख करने पर मजबूर हो सकते हैं। इससे भारत की तेल-तिलहन में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करना बडा मुश्किल होगा।
बता दे ऐसे में सरकार को बहुत सचेत होकर फैसले लेने होंगे कि बिजाई के समय बाजार में जो सोयाबीन और मूंगफली की हालत हो रही है, उससे किसानों को क्या संकेत जाएगा। इन दोनों फसलों के साथ-साथ सरसों के थोक दाम भी एमएसपी से कम हो गये हैं जो किसानों को किसी और लाभकारी फसल बोने की ओर ले जा सकता है।
















