School Free Books: हरियाणा सरकार ने सरवा शिक्षा अभियान (Sarva Shiksha Abhiyan) के तहत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को मुफ्त किताबें (Free Books) उपलब्ध कराने की तैयारियां तेज कर दी हैं। शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए पाठ्यपुस्तकों (Textbooks) और वर्कबुक्स (Workbooks) की छपाई का कार्य शुरू हो चुका है।
राज्य सरकार का लक्ष्य है कि मार्च के दूसरे सप्ताह तक सभी स्कूलों में किताबों की आपूर्ति पूरी कर दी जाए, ताकि बच्चों को नए सत्र की शुरुआत में ही किताबें मिल सकें।
जानिए क्या है मुफ्त किताबों की योजना: हरियाणा सरकार प्राथमिक (Class 1 to 5) और उच्च प्राथमिक (Class 6 to 8) स्तर के छात्रों को हर साल मुफ्त किताबें प्रदान करती है। इस साल भी इस योजना के तहत तेजी से काम किया जा रहा है ताकि बच्चों को समय पर सभी किताबें मिल जाएं।
किताबों की छपाई का काम जारी: हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद (Haryana School Education Project Council) के राज्य परियोजना निदेशक (State Project Director) ने इस संबंध में सभी जिलों के डीसीपी (DCP) और जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को पत्र लिखा है। पत्र में स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि कक्षा 1 से 8 तक की सभी किताबों की छपाई का कार्य तेजी से पूरा किया जाए।
छपाई का काम शुरू – पाठ्यपुस्तकों और वर्कबुक्स की छपाई का कार्य शुरू हो चुका है।
मार्च में किताबों की आपूर्ति – सभी स्कूलों में दूसरे सप्ताह तक किताबें पहुंचाने की योजना बनाई गई है।
हर छात्र को मिलेगी सुविधा – इस बार भी योजना के तहत हर विद्यार्थी को मुफ्त किताबें दी जाएंगी।
किसे मिलेगा इस योजना का लाभ?
हरियाणा के सभी सरकारी स्कूलों (Government Schools) के कक्षा 1 से 8 तक के छात्र।
सरव शिक्षा अभियान (Sarva Shiksha Abhiyan) के तहत नामांकित विद्यार्थी।
राज्य सरकार की योजना के तहत हर विद्यार्थी को किताबें मुफ्त दी जाएंगी।
छात्रों को समय पर किताबें देने का लक्ष्य
पिछले कुछ वर्षों में किताबों की देर से आपूर्ति (Late Book Supply) की समस्या देखने को मिली थी, जिससे छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ा था। इस बार सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी छात्रों को नए सत्र की शुरुआत में ही किताबें मिल जाएं।
सरकार की प्राथमिकता – छात्रों को समय पर किताबें देकर उनकी पढ़ाई में किसी भी प्रकार की बाधा न आने देना।
प्रशासन की सक्रियता – शिक्षा विभाग इस बार पहले से ही तैयारी कर रहा है, जिससे किताबों की आपूर्ति में कोई देरी न हो।

















